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Comments on हे,भारत की नारी कृपानिधि !..
In reply to
पंकज कुमार कर्ण
मनोज कर्ण
Author
25 Jun 2021 07:35 AM
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‘माता गुरुतरा भूमेरू।’
(अर्थात, माता इस भूमि से कहीं अधिक भारी होती हैं।)
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‘माता गुरुतरा भूमेरू।’
(अर्थात, माता इस भूमि से कहीं अधिक भारी होती हैं।)