सुरेश कुमार चतुर्वेदी
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11 May 2021 03:29 PM
क्या बात है आपको सादर अभिवादन धन्यवाद सर
नजाकत वक्त की समझना जरूर है।
माना आज हम एक दूसरे से दूर है।
बीत जाएगा वक्त ,है जो आज सक्त।
रही जिंदगी तो मिलना भरपूर है।।