सुरेश कुमार चतुर्वेदी
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2 Apr 2021 09:17 AM
बहुत सुंदर। आपको सादर नमस्कार धन्यवाद ऊ।
फाल्गुन का है मौसम आया
नए रंगों में लिपटी काया
कौन सा रंग तूने मुझे लगाया
मेरा रंग है सबको भाया
अब मेरी निर्मल है छाया
देख कर सबका मन ललचाया
तेरे रंग में अद्भुत माया
तू सुरेश रंगों का जाया
तेरे रंग का पार न पाया?