सुरेश कुमार चतुर्वेदी
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27 Feb 2021 12:05 PM
आपको सादर प्रणाम।हर हर गंगे।
चतुर्वेदी जी आपने प्रयागराज की महिमा और संगम तट पर डूबकी लगा कर किए गए स्नान की महत्ता से परिचित कराया है,हरि कृपा से सन बारह के कुंभ मेले में हमें भी यह सौभाग्य प्राप्त हुआ था, और तभी हमने राम नगरी अयोध्या, शिव नगरी काशी, तथा सौनक नगरी के दर्शन करने का अवसर मिला था।जो बहुत सुकून प्रदान करता है।सादर प्रणाम।