Rajesh vyas
Author
9 Jan 2021 10:02 AM
चतुर्वेदी जी को सुबह का नमस्कार! आपकी सुंदर रचना है पढ़ते हैं अच्छा लगता है!
9 Jan 2021 06:31 PM
व्यासजी को सादर प्रणाम मैं भी आपकी रचनाएं गौर से देखता हूं, मुझे गर्व है। देखिए हम मिलेंगे।
Rajesh vyas
Author
9 Jan 2021 06:42 PM
भोपाल आपका वास है बोड़ा मेरा निवास।
सो किमी का फासला, मिलेंगे इक दिन है विश्वास।।
प्रणाम आदरणीय!!
बहुत सुंदर सर