Rajesh vyas
Author
5 Jan 2021 12:21 PM
विश्वास से विश्वास बढ़ता है, नशा जब लक्ष्य का चढ़ता है अपनी राहों में राही अनवरत चलता है! धन्यवाद आपका।
भरोसे को बनाने में इस तरह की भावनाओं की आवश्यकता होती है, और टूटे हुए भरोसे को पाने में बहुत कुछ न्यौछावर करने पड़ते हैं!अच्छे एवं सद्विचार के लिए साधुवाद!