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मैं आपका शुक्रिया करता हूँ , उत्तरांचलजी ।
मुझे तो लगा था कि आपकी तरफ से गालियों के राफेल आएँगे और मुझे जिहादी बनादेंगे ।
पर आपने तो कबूतर की चोंच में अद्भुद कवि रचना ही भेज दी ।

बहुत बहुत धन्यवाद सर ।

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