सुरेश कुमार चतुर्वेदी
Author
28 Dec 2020 11:48 AM
आपको सादर प्रणाम धन्यवाद सर
सत्ता और वोट के चक्कर में!
यह यथार्थ परक उक्ति है, और दोनों ओर से होती आई है, लेकिन शासन में बैठे हुए लोगों पर ही जिम्मेदारी होती है, उन्हें सबको भरोसे में लेकर आगे कदम बढ़ाने से लाभ ही होगा!
पुराने बुजुर्ग कहा करते थे:-
मिलजुल कर किजै काज,
हारें जीतें ना होती लाज!
सादर अभिवादन श्रीमान चतुर्वेदी जी!