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ईश्वर से जब लगन लगाई।
उसके प्रेम की ज्योति जगाई।
सब दुख हर उसने खुशियाँ बरसाई।
मन का अंधेरा दूर कर रोशनी दिखाई।
दूर कर संताप जीने की आस जगाई।
भूख प्यास तृप्त कर संतुष्टि दिलाई।
आत्मज्ञान उत्प्रेरित कर दिव्य दृष्टि दिखलाई।
सार्थक जीवन ज्ञान प्रकाश की ज्योति जगाई।

धन्यवाद !

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बहुत सुंदर सर नमस्कार आपका धन्यवाद

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