Sanjay Narayan
Author
10 Jun 2020 07:43 PM
सादर आभार बंधुवर
आपका कथन सत्य है जब मन ही विकारयुक्त रहेगा स्वस्थ शरीर की कामना कैसे की जा सकती है।
विकारों से स्वतंत्र मन ही स्वस्थ शरीर दे सकता है।
धन्यवाद !