जानते थे वो आम आदमी की भावनाओं को भुनाना। भावनाओं की लहर को भुनाकर लोकतंत्र के बाप बन बैठे हैं।
धन्यवाद !
You must be logged in to post comments.
जानते थे वो आम आदमी की भावनाओं को भुनाना।
भावनाओं की लहर को भुनाकर लोकतंत्र के बाप बन बैठे हैं।
धन्यवाद !