सुखविंद्र सिंह मनसीरत
Author
22 Jan 2020 04:34 PM
आभार
आभार
रोया करेंगे आप भी पहरों इसी तरह।
अटका कहीं जो आपका दिल दिल भी मेरी तरह ।
श़ुक्रिया !