Neelam Chaudhary
Author
20 Nov 2019 12:07 PM
सादर आभार आदरणीय जी ।
Bahut khoob बेटी अपनी नायाब बनाओ ।
फूल नहीं अंगार बनाओ ।।
देख के जिसको दुर्जनः काँपे ।
ऐसी दोधारी तलवार बनाओ ।।