टिम साहित्यपीडिया जी बहुत बहुत आभार आपका जो आपने इस प्रकार की प्रतियोगिता आयोजित की वो भी इतने सुंदर विषय पर मैंने
पहली बार किसी प्रतियोगिता में भाग लिया है । बहुत ही अच्छा अनुभव रहा है । और कवितायें पढ़कर बहुत सीखने को मिल रहा है। और ये हम सब की माँ के लिए अपनी प्रतिक्रिया है । जिसको कविताओं में पिरोया गया है । और खुशी है दिल मे इस बात की हम एक ऐसे टिम से जुडे है जो सिर्फ काबिलियत देखती है जो बिना वेदभाव के फैसला लेती है ! ऐसी संस्था से हम हमेशा जुडा रहना चाहते है ! बहुत बहुत धन्यवाद पूरी टीम को ।
टिम साहित्यपीडिया जी बहुत बहुत आभार आपका जो आपने इस प्रकार की प्रतियोगिता आयोजित की वो भी इतने सुंदर विषय पर मैंने
पहली बार किसी प्रतियोगिता में भाग लिया है । बहुत ही अच्छा अनुभव रहा है । और कवितायें पढ़कर बहुत सीखने को मिल रहा है। और ये हम सब की माँ के लिए अपनी प्रतिक्रिया है । जिसको कविताओं में पिरोया गया है । और खुशी है दिल मे इस बात की हम एक ऐसे टिम से जुडे है जो सिर्फ काबिलियत देखती है जो बिना वेदभाव के फैसला लेती है ! ऐसी संस्था से हम हमेशा जुडा रहना चाहते है ! बहुत बहुत धन्यवाद पूरी टीम को ।