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6 May 2022 10:47 AM

साहित्यपीडिया के आप नवरत्न हैं। मैं फिर कह रहा हूं आपकी कविता पर समीक्षा करना मेरे लिए सूर्य को दिया दिखाना है। फिर से निशब्द हूं। क्या कहूं शब्द ही नहीं कहने को।

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6 May 2022 02:03 PM

हम तहे दिल करते हैं शुक्रिया आपका,
यूँ ही बना रहे रिश्ता दिलों का।

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