अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
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9 Jan 2022 07:48 AM
शुक्रिया जी
नाम श्रेयसी दुबे
कक्षा सातवीं ब
ज़िद अगर आगे बढ़ने की हो तो हारना भी मुश्किल हो जाता है, ऐसे ही रोशन और नेहा के जिद के आगे नेहा के माता-पिता झुक गए और इस कहानी में सच्ची दोस्ती को भी दर्शाया है कि कैसे रोशन ने नेहा की काफी मदद की और समाज में क्यों लड़कों और लड़कियों के बीच में भेदभाव होते हैं , जितना हक लड़कों को आगे बढ़ने का है उतना हक लड़कियों को को भी होना चाहिए आगे बढ़ने का और शिक्षा पाने का
धन्यवाद।