अन्नदाता नहीं है परेशान ,वो तो अपने खेत खलिहान में खुश है मेहनत करके, बिचौलिए परेशान हैं और कुछ वोट के चटोरे नेता बनना है किसान के कंधे पर बंदूक के सहारे। सही मार्गदर्शन करती रचना
You must be logged in to post comments.
हार्दिक आभार आपका आदरणीया
अन्नदाता नहीं है परेशान ,वो तो अपने खेत खलिहान में खुश है मेहनत करके, बिचौलिए परेशान हैं और कुछ वोट के चटोरे नेता बनना है किसान के कंधे पर बंदूक के सहारे। सही मार्गदर्शन करती रचना