ओनिका सेतिया 'अनु '
Author
3 Oct 2021 11:31 PM
धन्यवाद जी
ओनिका सेतिया 'अनु '
Author
3 Oct 2021 11:33 PM
बहुत खूब
गलतफहमियां काश ! दूर हो पातीं
न हम बिलखते रोते, न तुम जातीं,
प्यार भरपूर था हम मे औ तुम मे भी
हम समझे काश ! तुम भी समझ पाती।
माफी चाहता हूं एक बार फिर आपकी रचना से जुड गया। कमाल है !