Rajesh vyas
Author
23 Mar 2021 10:24 AM
आभार आदरणीय प्रणाम
भावों में बहने से सपनों की उड़ान भरने का अवसर प्राप्त होता है, किन्तु सपने कहीं पुरे हो पाते हैं और जो पा जाते हैं सपनों के मुकाम वह उसे अपना प्रारब्ध मानकर इतराते हुए गर्वित हो जाते हैं!