धन्यवाद,सोनी जी! पहाड़ पर रहने वाले सब तो इस विपदा को नहीं समझ रहे हैं,वह सिर्फ भौतिक विकास के लिए यह कुर्बानी देने के लिए तत्पर रहते हैं, ताकि वह खुशहाली पा सकें तथा वहां पर ठहरा हुआ यह विपदाएं झेलता रहे!सादर अभिवादन श्रीमान अशोक जी।
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धन्यवाद,सोनी जी! पहाड़ पर रहने वाले सब तो इस विपदा को नहीं समझ रहे हैं,वह सिर्फ भौतिक विकास के लिए यह कुर्बानी देने के लिए तत्पर रहते हैं, ताकि वह खुशहाली पा सकें तथा वहां पर ठहरा हुआ यह विपदाएं झेलता रहे!सादर अभिवादन श्रीमान अशोक जी।