सुरेश कुमार चतुर्वेदी
Author
3 Feb 2021 08:01 AM
आपको सादर नमस्कार धन्यवाद सर
मन की गति मन ही जाने या जाने ऊपर वाला।
यहां वहां कहीं भी जाओ, फैलाओ चारों ओर उजाला।।
प्रणाम!