सुरेश कुमार चतुर्वेदी
Author
23 Dec 2020 10:30 PM
सही बात है, महापुरुषों के मार्ग पर विरले ही चलते हैं, आपको सादर नमस्कार धन्यवाद सर
अटल जी की यादें निश्चित रूप से आती हैं,क्यों कि उन जैसा संवेदनशील व्यक्ति अब भारतीय राजनीति के पटल पर नहीं दिखाई देता, और आने वाले समय में अटल जी को उसी तरह याद करने की पंरपरा बनने लगी जैसे कांग्रेस में गांधी, नेहरू, पटेल, सुभाष चन्द्र जी को याद करके खानापूर्ति कर दिया गया, उनके बताए मार्ग पर चलने से बचते बचाते कन्नीकाट कर निकल जाते रहे हैं। सादर प्रणाम श्रीमान जी।