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15 Jul 2020 12:30 PM

उपदेश से युक्त रचना है, किन्तु वर्तमान में लोग सबसे ज्यादा परहेज इसी से करते हैं। अब इसे स्वयं में धारण करके अनुशरण को प्रेरित करने का विकल्प बचा है।

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सही बात है, लेकिन भारत में भावना किसी न किसी तरह जीवंत रहेगी। आपका हृदय से आभार धन्यवाद।

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