फितरत बनी चाहत , चाहत बनी आदत। टूटे जो सितम मुझ पर बन गई तबीयत। मेरी इस चुप्पी से चुप हो गई आज मेरी किस्मत।
श़ुक्रिया !
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फितरत बनी चाहत , चाहत बनी आदत।
टूटे जो सितम मुझ पर बन गई तबीयत।
मेरी इस चुप्पी से चुप हो गई आज मेरी किस्मत।
श़ुक्रिया !