Comments (3)
25 Aug 2016 08:25 PM
बहुत ही सुन्दर रचना । आपकी कविता संग्रह “यही है जिदंगी ” पढ़ी है। बहुत उम्दा, मार्मिक रचनाओं का पुष्पहार है पुस्तक ।आपकी रचनाओं में कई अर्थ छुपे रहते है।
माँ सरस्वती आपकी कलम को ओर अधिक संबल प्रदान करे।
Versha Varshney
Author
25 Aug 2016 08:32 PM
Very very thanks ji
वाह वर्षा जी वाह, अपने मनोहारी कल्पनाऒ के द्वारा आपने कृष्ण कै विस्तृत सामर्थ्य, कर्म, धर्म, स्नेह ओर मायावी रहस्य का बेहतर बखान किया है