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बाल कविता के रुप में यह प्रसंशनीय रचना है! और समसामयिक रुप में बलवान के आगे कमजोर का समर्पण!
बाल कविता के रुप में यह प्रसंशनीय रचना है! और समसामयिक रुप में बलवान के आगे कमजोर का समर्पण!