बहुत सुंदर ये कल्पना !
लिख दिया है सुंदर रचना !
कहीं फिर आए ऐसा सपना !
तो फिर ऐसी ही कुछ करना !
जब यकायक नींद से जगना ।
तो पूरे पूरे होश में ही रहना !
पछताना पड़ जाएगा वरना !!
सपना जब आए बकवास !
तो वो होती हैं कुछ ख़ास !
सपनों में आई ऐसी घटना !
रह जाती हैं हर दिन याद !!
बहुत सुंदर, रचना के विवेचना के लिये एक रचना। पाठक के हास्य और सीख के लिए लिखी गई रचना अपने उद्देश में सफल होती जान पर रही है। उम्मीद है आप भाव को समझ पाए होंगे और आपको ये रचना पसंद आई। प्रणाम
वाह बहुत सही….. कहीं ऐसा सपना साकार ना कर दे मोदीजी….. ? ?
अच्छे दिन का इंतजार है ?
बहुत ही सुंदर व्यंगात्मक काव्य रचना ?
Dhanyawad
Wah wah kya baat??
धन्यवाद
बहुत ही उत्कृष्ट,????जब भी आप हमारे शहर को पधारे, हमारे सृजन मंच की सोभा एक बार जरूर बढ़ाएं , और हमारे शिष्यों को कुछ ज्ञान दान देकर हमे सेवा का मौका दें।
G shobha hi
ज़रूर, क्यों नहीं।