सच्चा दिल हो और निर्विकार भाव तो ईश्वर वह आशा की किरण है जो हमें जीवंत रहने और सतत् संघर्षरत रहकर जीवन पथ पर अग्रसर होने की प्रेरणा देती है।
जो व्यक्ति भाग्य के भरोसे ना रहकर कर्मशील होते हैं ईश्वर रूपी अदृश्य शक्ति उनका हमेशा साथ देती है।
इस दिव्य शक्ति का प्रभाव अनुभव से ही जाना जा सकता है।
अन्यथा ईश्वर की शक्ति मे आस्था ना रखने वालों के लिए ईश्वर का अस्तित्व एक कोरी परिकल्पना मात्र है।
जो कल की चिंता में ईश्वर से गिले – शिकवे गा कर उसकी मुरत को पत्थर में दर्शा रहें हैं ,
जिसने सच में है ईश्वर को महसूस किया है वो कर्मकांडो से परे कर्मो में ही खुद को समर्पित किए जा रहे हैं ।
सच्चा दिल हो और निर्विकार भाव तो ईश्वर वह आशा की किरण है जो हमें जीवंत रहने और सतत् संघर्षरत रहकर जीवन पथ पर अग्रसर होने की प्रेरणा देती है।
जो व्यक्ति भाग्य के भरोसे ना रहकर कर्मशील होते हैं ईश्वर रूपी अदृश्य शक्ति उनका हमेशा साथ देती है।
इस दिव्य शक्ति का प्रभाव अनुभव से ही जाना जा सकता है।
अन्यथा ईश्वर की शक्ति मे आस्था ना रखने वालों के लिए ईश्वर का अस्तित्व एक कोरी परिकल्पना मात्र है।
धन्यवाद !
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