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Comments (193)

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4 Feb 2021 01:48 PM

Bahut khoob! Voted!

4 Feb 2021 01:31 PM

मालूम ना था यूँ छोड़कर जाओगे तुम, दिल की बस्ती को जला जाओगे तुम, दिल की हर आवाज तुम्हें बद्दुआ देगी, फिर भी ये ना कह पाएगी कि मिट जाओगे तुम।

बेहतरीन रचना। साधुवाद

आभार बड़े भैया

अत्यंत सुन्दर रचना….भावपूर्ण ????

धन्यवाद बड़े भैया

अति सुन्दर रचना मैने आपकी रचना को अपना वोट दे दिया है मुझे वोट देने के लिए धन्यवाद

आभार आपका

4 Feb 2021 01:23 PM

Bhut khub

आभार दीदी

4 Feb 2021 01:17 PM

awsome

बहुत बहुत धन्यवाद

4 Feb 2021 01:16 PM

Bahut hi khub

बहुत बहुत धन्यवाद

खुश रहे तू सदा ये दुआ है मेरी ,
बेवफ़ा ही सही तू दिलरुबा है मेरी है ,

श़ुक्रिया !

आभार आदरणीय

कृपया मेरी रचना “प्रेम” का अवलोकन कर मत प्रकट करें !
आपकी प्रस्तुति को मत दे दिया है !

मैनें वोट कर दिया है, अगर मेरी रचना “प्रेम……किस्तों में” पसंद आए तो कृपया उसे भी अपना बहुमूल्य वोट प्रदान करने की अपार कृपा करेंगे.
मान्यवर, आपकी रचना को मेरा बारहवां वोट अग्रेषित है.

4 Feb 2021 01:02 PM

प्रेम धेर्य और त्याग का अनूठा समन्वय । बधाई। मैंने आपको मत दे दिया है , कृपया मेरी रचना “अधूरा पर पूर्ण प्यार का भी अवलोकन करें। आपका मत भी अपेक्षित है।

अवश्य महोदय

ह्रदय को छू लेने वाली रचना है काबिले तारीफ

आभार मित्र

देख लीजिये महोदय मैंने आपको वोट दे दिया है । कृप्या आप भी मेरी रचना पर प्रकाश डालें और वोट देने की कृपा करें ।

4 Feb 2021 12:12 PM

वोट स्वीकारें मिश्र जी मेरी रचना का अवलोकन कर प्रतिक्रिया देने का कष्ट करें धन्यवाद। प्रणाम।

अवश्य आदरणीय

सुंदर रचना! मेरा वोट स्वीकार करें।

आभार आदरणीय

बहुत सुंदर मैंने वोट कर दिया है आप मेरी रचना को बोट कर अनुग्रहीत करें

अवश्य महोदय

बहुत मनमोहक रचना रचना। मैंने आपको वोट कर दिया है। मेरी रचना साथी तेरा साथ का अवलोकन कर वोट करने की कृपा करें ।

अवश्य महोदय

??बहुत सुंदर रचना??
मेरी रचना पर भी प्रकाश डालें तथा वोट देने की कृपा करें ।

महोदय आप भी हमारी रचना को वोट करें

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