राजेश जी की यह कविता आधुनिक शहरी जीवन में ‘प्रेम’ के बदलते संदर्भ और मायने पर एक समीचीन अभिव्यक्ति है। वर्तमान परिदृश्य में प्रेम के निहितार्थ और क्षणभंगूरता का इन पंक्तियों द्वारा सुंदर चित्रण किया गया है।
कृप्या मेरी रचना को भी पढ़ें व वोट करें ।
आपका बहुत-बहुत धन्यवाद, आभार.
सुंदर अभिव्यक्ति… मैने वोट कर दिया आप भी मुझे वोट करने का कष्ट करें ?
जी.
आपका बहुत-बहुत धन्यवाद, आभार.
वाह वाह वाह बहुत खूब आदरणीय शानदार अभिव्यक्ति मैनें वोट कर दिया है कृपया अपना मत अवश्य व्यक्त करें ।
जी बिल्कुल.
आपका बहुत-बहुत धन्यवाद, आभार.
बहुत ही लाजवाब रचना। आदरणीय ,मैंने आपकी रचना को वोट दे दिया है। मेरी रचना साथी तेरा साथ का अवलोकन कर वोट करने की कृपा करें। ??
आपके वोट की प्रतीक्षा है ?
जी जरूर.
आपका बहुत-बहुत धन्यवाद, आभार.
बहुत सुन्दर कविता मैंने आपको वोट कर दिया है. कृपया मेरी कविता को पढ़ें और वोट करने की कृपा करें ??
जी जरूर.
आपका बहुत-बहुत धन्यवाद, आभार.
बहुत सुंदर ,??
आपका वोट नहीं मिला है ज्योति जी । मेरी रचना पर भी प्रकाश डालिये ।
आपका बहुत-बहुत धन्यवाद, आभार.
बहुत सुंदर आपको सादर अभिवादन
आपका बहुत-बहुत धन्यवाद, आभार.
प्रतियोगिता में आपकी
सुंदर प्रस्तुति! मेरा वोट स्वीकार करें।
आपका बहुत-बहुत धन्यवाद, आभार.
नमस्कार,
आपकी रचना मुझे बहुत अच्छी लगी।
मैंने आपकी रचना को अपना मत दे दिया है। आपसे निवेदन है कि मेरी कविता #सच्चा प्रेम को भी अपना कीमती वोट प्रदान करें। आपके वोट की प्रतीक्षा रहेगी।
धन्यवाद।
-कवि अंकित अग्रवाल
कृप्या मेरी भी रचना पढ़ें तथा वोट करें ।
जी जरूर.
आपका बहुत-बहुत धन्यवाद, आभार.