भाई साहब मेरा आशीर्वाद आप प्रतियोगिता जीते …अतिसुन्दर रचना एवं अल्फाज ?
दिल को छू लिया एकलव्य भाई. मेरा वोट आपको.
मां हम साया , मां का आशीर्वाद बच्चों के साथ हमेशा रहता है , बेहतरीन ……
धन्यवाद आदरणीय। आपकी रचना भी बहुत सुंदर है। Voted
हृदय को बेधती रचना।।।
एकलव्य भाई आपकी कविता में ममत्व की पराकाष्ठा को देख मेरा जहन आसुओं से सराबोर हो गया है,बहुत ही अच्छी कविता है।
सुन्दर रचना मान्यवर
सुंदर प्रस्तुति आदरणीय
बहुत सुंदर रचना है।
एकलव्य जी भावयुक्त प्रवाहमयी रचना। हृदय से बधाई।
आपकी रचना ने उस लम्हे का बोध कराया जब माँ चित्त के स्मरण पटल पर अंकित हैं पर उनका साया हमसे दूर है एकलव्य जी यह रचना मर्मस्पर्शी है ।
अति सुंदर, मर्मस्पर्शी रचना जी ।
सुंदर
माँ से विछोह का मर्मान्तक पीड़ा को अभिव्यक्त करता एक ऐसा शब्दचित्र प्रस्तुत किया है आपने ध्रुव जी कि सम्वेदनशील पाठक की आँखें नम हो जायें। रचना का शब्द-विन्यास और भावपक्ष प्रभावित करने वाला है।
शुभकामनाऐं।
VOTED .
बहुत ही मार्मिक भाव है
बहुत मार्मिक और ममत्व के भाव से भरी कविता
वाह!!ध्रुव जी ,लाजवाब रचना ।
आदरणीया शुभा जी प्रणाम,सर्वप्रथम आपको बहुत-बहुत धन्यवाद जो आपने मेरी रचना का वाचन किया। आपसे विनम्र निवेदन है कि आप किसी भी रचनाकार को ध्यान से अवश्य पढ़े और उनकी रचना की त्रुटियों को बताएं भी और आवश्यक सुधार हेतु उनका मार्गदर्शन करें ! यह हम सभी रचनाकारों की नैतिक ज़िम्मेदारी है। सादर ‘एकलव्य’
जी ,जरूर ,ध्रुव जी ।
अति सुंदर रचना मेरा वोट आपको और आग्रह है कि मेरी रचना “माँ की कीमत” को भी पढो और आपका मत पड जाय तो आपका आभारी हूँगा।। 31 वा मेरा
जी प्रणाम,सर्वप्रथम आपको बहुत-बहुत धन्यवाद जो आपने मेरी रचना का वाचन किया।