एक दार्शिनिक दिमाग ही “पावस-पावनि” जैसी रचना कर सकता है। नमन
?हार्दिक आभार, सिध्दांत जी।
Bahut sundr kvita
हार्दिक आभार।?
क्या आप शाहजहांपुर – गोला रोड पर मोहम्मदी में कार्यरत हैं ??
हाँ।
अत्यंत भावविभोर करने वाली कविता है डॉ साहब , पढते वक़्त लगा मानो कि जैसे प्रकृति की वंदना हो रही है ।
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???हार्दिक आभार, “आकाश” जी।
कोमल, सरस, ललित एवं भावपूर्ण रचना| सुन्दर एवं मधुर भावनाओं को बहुत बारीकी से सशक्त शब्दों में पिरोया गया है| लोक कल्याण और आशावादी दृष्टिकोण से परिपूरित यह रचना पाठकों को सहज रूप से आकृष्ट करने में समर्थ है | इस उत्कृष्ट कृति के लिए आपको बधाई|
??? अत्यंत उत्साह वर्धक एवं स्नेहिल टिप्पणी हेतु आपका हार्दिक आभार, “प्रहरी” जी!
Nice dr sahab
?Thanks a million..!
Very good.
Thanks a lot..!?
अति सुन्दर प्रस्तुति डाक्टर साहब ।
मन वर्षामय हो गया ।
?हार्दिक आभार आपका।
अति उत्तम ??
? Thanks a lot..!
अतिसुंदर प्रतीकात्मक भावाभिव्यक्ति !
साधुवाद ! ?
?हार्दिक आभार ,आदरणीय श्यामसुंदर जी।
??प्रणाम अंकल जी??अति सुंदर मनमोहक कविता है । ऐसा प्रतीत होता है मानो, जैसे खुद को आप उसी रूप में ढ़ालकर वर्णन किया हो ।
?हार्दिक आभार, डाक्टर मनमोहन जी।
अति सुंदर प्रस्तुति। सुंदर शब्दों का चयन।बहुत बहुत बधाई।
हार्दिक आभार, आदरणीय अँजुम जी।
बेहतरीन
? Thanks a lot..!
अति सुन्दर रचना,
एक – एक प्रकरण अपने आप में विशिष्ट एवं सह सबंधित।
अद्भुत दृष्टिकोण ???
कृपया आप एक बार मेरी रचना ” स्त्री चेतन” अवश्य पढ़े। साभार।
?आपकी अत्यंत उत्साहवर्धक टिप्पणी हेतु हार्दिक आभार,आदरणीया अस्तुति जी।
आपकी रचना अवश्य पढ़ूंगा।
Good
? Thanks a lot..!
बहुत सुंदर रचना आपको सादर अभिवादन धन्यवाद सर
?हार्दिक आभार, आदरणीय सुरेश जी।
Good boss
? Thanks a lot..!
बहुत सुंदर रचना ! शब्दों का चयन लाजवाब है !
?जी, हार्दिक आभार आपका।
अप्रतिम
? Thanks a lot..!
बेहतरीन प्रस्तुति के लिए बधाई स्वीकारें बेहद सार्थक रचना है ??
Thanks a lot,respected Ajai ji..!