सुंदर रचना । आपको वोट दिया है , कृपया मेरी रचना को भी अपना वोट प्रदान करें । धन्यवाद?
मैंने vote आपको डाल दिया।
प्रूफ के तोर पर कापी पेस्ट
जब जाऊंगी ख़ुदा से मिलने फ़रियाद लिए हांथों में,
गिड़गिड़ाऊंगी- न दूसरा जन्म देना अब इंसानो में,
मेरी इस बात का बिलकुल बुरा न मानना, माँ !
वक़्त से पहले क्यों मेरा गला घोंट दिया माँ?
… मो• एहतेशाम अहमद
आंडाल, पश्चिम बर्दवान (पश्चिम बंगाल)
संपर्क करें- 9378306061
This is a competition entry
Competition Name: साहित्यपीडिया काव्य प्रतियोगिता- “माँ”
Vote 59
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50 वां वोट स्वीकार करें
Thanks
Nice
45वाँ वोट मेरा,
मेरी प्रतियोगिता में रचना
माँ की अलंकार महिमा
पर आप भी वोट कर सकते है?
37th Vote Swati ki taraf se
Vote done 36
Done 34
बहुत ही सुन्दर रचना है आदरणीय 32 वां वोट स्वीकार करें और मेरी कविता “वो है मेरी माँ” पढ़ कर वोट देकर कृतार्थ करें जी कृपया जवाब अवश्य दें । ???
सुंदर रचना । आपको वोट दिया है , कृपया मेरी रचना को भी अपना वोट प्रदान करें । धन्यवाद?
अति सुंदर रचना कृपया मेरी कविता मेरी माँ पढ़े और अपना मत देने की कृपा करें
Sir plz reply
भावपूर्ण, उत्कृष्ट अभिव्यक्ति?? बहुत सुंदर! वोट 30# स्वीकार करें ??? और मेरी कविता पढ़ कर, ?? वोट देने योग्य हो तो वोट देकर कृतार्थ करें। ??
सुंदर रचना जी 29वां वोट मेरी तरफ से आपको और हो सके तो मेरी रचना पर भी अपना मत देकर कृतार्थ करें ।
सुंदर रचना । आपको वोट दिया है , कृपया मेरी रचना को भी अपना वोट प्रदान करें । धन्यवाद?
आपकी रचना बहुत सुंदर एवं भावपूर्ण है । एक नजर हमारी रचना पर भी डाले और अच्छा लगे तो आपका एक बहुमूल्य वोट देकर हमे कृतार्थ करें । । धन्यवाद ।
I have already voted to you
मेरी रचना माँ को भी वोट करें,मैने वट कर दिया
Bht khub??
आदरणीय 16 वां वोट स्वीकार करें और मेरी कविता पढ़ कर वोट देकर कृतार्थ करें जी कृपया जवाब अवश्य दें
53 vote is mine plz vote for my poem