Comments (25)
10 Nov 2018 01:57 PM
खूबसूरत रचना जी, 22वा मत मेरा स्वीकार करे, और मेरी रचना पर भी अपनी दयादृष्टि डाले और अपना वोट देकर मुझे अनुग्रहित करें।
5 Nov 2018 08:56 PM
जी आपकी रचना पढ़ी बहुत अच्छी लगी परन्तु कुछ त्रुटि सुधार करें तो बेहतर होगा ! जैसे सर्वप्रथम शीर्षक सुधारें गिराऊँगी करें ,उम्मीदे में बिंदु लगाएं ,रुदाली-सी लिखें ,तस्वीरें लिखें ,मेने को मैंने करें ,तुझपर एक साथ लिखें ,शेष स्वयं आत्ममंथन करें, कृपया इसे अन्यथा न लें ! मेरी अशेष शुभकामनाएं। सादर ‘एकलव्य’ VOTED
5 Nov 2018 05:54 PM
आपकी रचना सरहनीय है। आप कृपया मुझे भी वोट करे मान्यवर
बेहद उम्दा। आपकी रचना पर 23वा वोट मेरा। कृप्या मेरी कविता भी पढ़े और यदि आपको पसंद आए तो वोट जरुर करें ?