Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Aug 2024 · 1 min read

Most times, things that happen to us have the capacity to in

Most times, things that happen to us have the capacity to influence us either positively or negatively.

Give room to your experiences to make you a better person; a victor and not a victim who becomes more empathic to others.

Let what you’ve been through lead you to be a useful tool to others helping them find their true selves.

46 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
*क्या बात है आपकी मेरे दोस्तों*
*क्या बात है आपकी मेरे दोस्तों*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
मैं भी डरती हूॅं
मैं भी डरती हूॅं
Mamta Singh Devaa
पुरुष जितने जोर से
पुरुष जितने जोर से "हँस" सकता है उतने जोर से "रो" नहीं सकता
पूर्वार्थ
अपने अपने कटघरे हैं
अपने अपने कटघरे हैं
Shivkumar Bilagrami
आशुतोष शंकर अविनाशी, तुम पर जग बलिहारी
आशुतोष शंकर अविनाशी, तुम पर जग बलिहारी
Dr Archana Gupta
वो हर रोज़ आया करती है मंदिर में इबादत करने,
वो हर रोज़ आया करती है मंदिर में इबादत करने,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
@@ पंजाब मेरा @@
@@ पंजाब मेरा @@
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
4289.💐 *पूर्णिका* 💐
4289.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
আমি তোমাকে ভালোবাসি
আমি তোমাকে ভালোবাসি
Otteri Selvakumar
बेटा बेटी है एक समान,
बेटा बेटी है एक समान,
Rituraj shivem verma
National Cancer Day
National Cancer Day
Tushar Jagawat
हिंदीग़ज़ल की गटर-गंगा *रमेशराज
हिंदीग़ज़ल की गटर-गंगा *रमेशराज
कवि रमेशराज
ये बादल क्युं भटक रहे हैं
ये बादल क्युं भटक रहे हैं
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
* नव जागरण *
* नव जागरण *
surenderpal vaidya
कुछ...
कुछ...
Naushaba Suriya
जब उम्र कुछ कर गुजरने की होती है
जब उम्र कुछ कर गुजरने की होती है
Harminder Kaur
"कामदा: जीवन की धारा" _____________.
Mukta Rashmi
दोहा- सरस्वती
दोहा- सरस्वती
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
*
*"ब्रम्हचारिणी माँ"*
Shashi kala vyas
मर्यादा   की   तोड़ते ,
मर्यादा की तोड़ते ,
sushil sarna
शहर के लोग
शहर के लोग
Madhuyanka Raj
माँ तेरे दर्शन की अँखिया ये प्यासी है
माँ तेरे दर्शन की अँखिया ये प्यासी है
Basant Bhagawan Roy
मेरा बचपन
मेरा बचपन
Dr. Rajeev Jain
#विश्व_वृद्धजन_दिवस_पर_आदरांजलि
#विश्व_वृद्धजन_दिवस_पर_आदरांजलि
*प्रणय*
उसका होना उजास बन के फैल जाता है
उसका होना उजास बन के फैल जाता है
Shweta Soni
प्रेम की मर्यादा
प्रेम की मर्यादा
singh kunwar sarvendra vikram
"दर्द की तासीर"
Dr. Kishan tandon kranti
*लटका कर झोला कंधे पर, घूम रहे हैं मेले में (गीत)*
*लटका कर झोला कंधे पर, घूम रहे हैं मेले में (गीत)*
Ravi Prakash
दिल तेरी राहों के
दिल तेरी राहों के
Dr fauzia Naseem shad
बाण मां के दोहे
बाण मां के दोहे
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
Loading...