Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Mar 2024 · 1 min read

Lately, what weighs more to me is being understood. To be se

Lately, what weighs more to me is being understood. To be seen from the inside out, to be heard without having to say anything. I think while it’s good to be loved, it’s way better when you have ears that listen when things get a little too confusing.

When you feel burdened, someone is there to make it feel less heavy. When it gets sad, someone is there to tell you it’s gonna be okay. I want a quiet connection, someone who is willing to dive deep when everyone just stays on the surface. These days, I want to be understood more than I want to be loved.

1 Like · 194 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
अब वो मुलाकात कहाँ
अब वो मुलाकात कहाँ
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
बुंदेली दोहा-सुड़ी (इल्ली)
बुंदेली दोहा-सुड़ी (इल्ली)
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
मुझे इश्क़ है
मुझे इश्क़ है
हिमांशु Kulshrestha
सत्य सनातन गीत है गीता
सत्य सनातन गीत है गीता
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
शिक्षा सकेचन है व्यक्तित्व का,पैसा अधिरूप है संरचना का
शिक्षा सकेचन है व्यक्तित्व का,पैसा अधिरूप है संरचना का
पूर्वार्थ
आत्माभिव्यक्ति
आत्माभिव्यक्ति
Anamika Tiwari 'annpurna '
ऐ ज़िंदगी।
ऐ ज़िंदगी।
Taj Mohammad
मां की आँखों में हीरे चमकते हैं,
मां की आँखों में हीरे चमकते हैं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
जो हम सोचेंगे वही हम होंगे, हमें अपने विचार भावना को देखना ह
जो हम सोचेंगे वही हम होंगे, हमें अपने विचार भावना को देखना ह
Ravikesh Jha
ग़लती कर रहे कि सही,
ग़लती कर रहे कि सही,
Ajit Kumar "Karn"
उत्तराखंड के बाद अब दहकने लगे दुनियां के फेफड़े
उत्तराखंड के बाद अब दहकने लगे दुनियां के फेफड़े
Rakshita Bora
अनोखे संसार की रचना का ताना बाना बुनने की परिक्रिया होने लगी
अनोखे संसार की रचना का ताना बाना बुनने की परिक्रिया होने लगी
DrLakshman Jha Parimal
बात तनिक ह हउवा जादा
बात तनिक ह हउवा जादा
Sarfaraz Ahmed Aasee
*कबूतर (बाल कविता)*
*कबूतर (बाल कविता)*
Ravi Prakash
कहानी
कहानी
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
हाथ पकड़ चल साथ मेरे तू
हाथ पकड़ चल साथ मेरे तू
Aman Sinha
एक ज्योति प्रेम की...
एक ज्योति प्रेम की...
Sushmita Singh
सत्य से विलग न ईश्वर है
सत्य से विलग न ईश्वर है
Udaya Narayan Singh
"खून का रिश्ता"
Dr. Kishan tandon kranti
लोग   हमको   बुरा   समझते    हैं,
लोग हमको बुरा समझते हैं,
Dr fauzia Naseem shad
क्या लिखूँ....???
क्या लिखूँ....???
Kanchan Khanna
* हो जाओ तैयार *
* हो जाओ तैयार *
surenderpal vaidya
4621.*पूर्णिका*
4621.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
*संस्कार*
*संस्कार*
pratibha Dwivedi urf muskan Sagar Madhya Pradesh
बादल बरस भी जाओ
बादल बरस भी जाओ
शालिनी राय 'डिम्पल'✍️
देह माटी की 'नीलम' श्वासें सभी उधार हैं।
देह माटी की 'नीलम' श्वासें सभी उधार हैं।
Neelam Sharma
🚩वैराग्य
🚩वैराग्य
Pt. Brajesh Kumar Nayak
पल्लवित प्रेम
पल्लवित प्रेम
Er.Navaneet R Shandily
#जयंती_व_स्मृति_दिवस
#जयंती_व_स्मृति_दिवस
*प्रणय*
बिगड़ता यहां परिवार देखिए........
बिगड़ता यहां परिवार देखिए........
SATPAL CHAUHAN
Loading...