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Language: Hindi
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ग़ज़ल : तुमको लगता है तुम्हारी ज़िंदगी पुर-नूर है
ग़ज़ल : तुमको लगता है तुम्हारी ज़िंदगी पुर-नूर है
Nakul Kumar
ग़ज़ल : इन आँधियों के गाँव में तूफ़ान कौन है
ग़ज़ल : इन आँधियों के गाँव में तूफ़ान कौन है
Nakul Kumar
ग़ज़ल : रोज़ी रोटी जैसी ये बकवास होगी बाद में
ग़ज़ल : रोज़ी रोटी जैसी ये बकवास होगी बाद में
Nakul Kumar
ग़ज़ल : पेट में दाना नहीं
ग़ज़ल : पेट में दाना नहीं
Nakul Kumar
गागर सागर नागर
गागर सागर नागर
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
दिखावटी लिबास है
दिखावटी लिबास है
Dr Archana Gupta
तुमको ही चुनना होगा
तुमको ही चुनना होगा
rubichetanshukla 781
उजला चमकता चेहरा
उजला चमकता चेहरा
Chitra Bisht
सावन
सावन
Shriyansh Gupta
ग़ज़ल
ग़ज़ल
आर.एस. 'प्रीतम'
सुधीर श्रीवास्तव को विधा वाचस्पति मानद उपाधि
सुधीर श्रीवास्तव को विधा वाचस्पति मानद उपाधि
Sudhir srivastava
अवध में राम आये हैं
अवध में राम आये हैं
Sudhir srivastava
*चलती सॉंसें मानिए, ईश्वर का वरदान (कुंडलिया)*
*चलती सॉंसें मानिए, ईश्वर का वरदान (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
बड़ा सवाल
बड़ा सवाल
Sudhir srivastava
तलाश
तलाश
Shyam Sundar Subramanian
नफ़रतें बेहिसाब आने दो।
नफ़रतें बेहिसाब आने दो।
पंकज परिंदा
दिल तो बदल जाता है पलभर में
दिल तो बदल जाता है पलभर में
gurudeenverma198
क़ुर्बान ज़िंदगी
क़ुर्बान ज़िंदगी
Shyam Sundar Subramanian
#ग़ज़ल
#ग़ज़ल
*प्रणय*
दिल हमारा गुनहगार नही है
दिल हमारा गुनहगार नही है
Harinarayan Tanha
साहित्य की उपादेयता
साहित्य की उपादेयता
Dr. Kishan tandon kranti
नहीं याद रखना
नहीं याद रखना
Chitra Bisht
यूँ ही आना जाना है,
यूँ ही आना जाना है,
पंकज परिंदा
बचपन के दिन
बचपन के दिन
Surinder blackpen
आपस में क्यों बैर परिंदे।
आपस में क्यों बैर परिंदे।
पंकज परिंदा
Festival Of Lights Goa Parra Village
Festival Of Lights Goa Parra Village
Sonam Puneet Dubey
ट्रंप बनाम हैरिस
ट्रंप बनाम हैरिस
Ram Krishan Rastogi
#काश-
#काश-
*प्रणय*
पहला पहला प्यार
पहला पहला प्यार
Rekha khichi
माँ तुझे मैं थामना चाहती हूँ
माँ तुझे मैं थामना चाहती हूँ
Chitra Bisht
पुस्तक समीक्षा
पुस्तक समीक्षा
अशोक कुमार ढोरिया
सम्मान समारोह एवं पुस्तक लोकार्पण
सम्मान समारोह एवं पुस्तक लोकार्पण
अशोक कुमार ढोरिया
नवंबर का ये हंसता हुआ हसीन मौसम........
नवंबर का ये हंसता हुआ हसीन मौसम........
shabina. Naaz
प्रेम में अहंम नहीं,
प्रेम में अहंम नहीं,
लक्ष्मी सिंह
ग़ज़ल
ग़ज़ल
आर.एस. 'प्रीतम'
मैंने प्रेम किया और प्रेम को जिया भी।
मैंने प्रेम किया और प्रेम को जिया भी।
लक्ष्मी सिंह
थक चुका हूँ बहुत अब.., संभालो न माँ,
थक चुका हूँ बहुत अब.., संभालो न माँ,
पंकज परिंदा
कुछ कदम मैं चलूँ, कुछ दूरियां तुम मिटा देना,
कुछ कदम मैं चलूँ, कुछ दूरियां तुम मिटा देना,
Manisha Manjari
अगर तू दर्द सबका जान लेगा।
अगर तू दर्द सबका जान लेगा।
पंकज परिंदा
भारतीय समाज
भारतीय समाज
Sanjay ' शून्य'
ग़म हमें सब भुलाने पड़े।
ग़म हमें सब भुलाने पड़े।
पंकज परिंदा
गीत
गीत
Shiva Awasthi
*सच्चा दोस्त*
*सच्चा दोस्त*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
ज़िंदा एहसास
ज़िंदा एहसास
Shyam Sundar Subramanian
दोहे के भेद
दोहे के भेद
Dr.Pratibha Prakash
स्त्री
स्त्री
Dr.Pratibha Prakash
स्वतंत्रता आन्दोलन में महिलाओं का योगदान
स्वतंत्रता आन्दोलन में महिलाओं का योगदान
Dr.Pratibha Prakash
सलीके से हवा बहती अगर
सलीके से हवा बहती अगर
Nitu Sah
सुकून की ज़िंदगी
सुकून की ज़िंदगी
Shriyansh Gupta
कुछ सवालात
कुछ सवालात
Shyam Sundar Subramanian
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