Posts Language: Hindi 1.3L posts List Grid Previous Page 5 Next gurudeenverma198 18 Jun 2024 · 1 min read मुझसे नाराज़ कभी तू , होना नहीं मुझसे नाराज, कभी तू होना नहीं। दूर मुझसे, कभी तू होना नहीं।। तू है मेरी खुशी, तू है मेरा ख्वाब। मुझसे बेवफा, कभी तू होना नहीं।। मुझसे नाराज---------------------।। मेरी इस... Hindi · गीत 21 Share Dr.Pratibha Prakash 18 Jun 2024 · 1 min read अग्नि कन्या बीना दास जब भी राजनीति के दुर्भाग्य का जिक्र किया जाएगा महान महिला क्रांतिकारियों को भुला दिया जाएगा बनी हजारों चलचित्र संगीत संग चरित्र श्रंखलाएं नहीं मिलती इन चिंगारियों की जलती हुई... Hindi 2 21 Share shabina. Naaz 18 Jun 2024 · 1 min read कर्बला में जां देके कर्बला में जां देके करते थे जो कुर्बानी का नजराना कदम कदम पे सितम और कदम कदम पे सजदा -ये- शुक्रराना सलाम ऐ सय्यदे …सज्जाद (सब से ज्यादा सजदे करने... Hindi · Book3 · Quote Writer · मुक्तक 1 23 Share Ghanshyam Poddar 18 Jun 2024 · 2 min read सुन मानसून ! सुन सुन ! सुन !! सुन!! रुक! रुक !! रुक!! ठहर! ठहर!! ठहर!!! हम तो इधर हैं जी तुम्हारा ध्यान किधर है मुझे देख - देखकर भी जाता है तू किधर.... Hindi · कविता 23 Share *प्रणय प्रभात* 18 Jun 2024 · 1 min read 🙅नुमाइंदा_मिसरों_के_साथ 🙅नुमाइंदा_मिसरों_के_साथ ■ मोहतरमा शबीना अदीब और मैं 【प्रणय प्रभात】 "मेरे मसीहा मैं जी उठूँगी दुआएँ दे दे दवा से पहले। हयात में नूर बन के आ जा ग़मों की काली... Hindi · यादगार पल 1 17 Share Ravi Prakash 18 Jun 2024 · 1 min read *श्री उमाकांत गुप्त (कुंडलिया)* *श्री उमाकांत गुप्त (कुंडलिया)* 💐💐💐☘️☘️🍃 निर्मल मन सात्विक सरल, शुचिता के भंडार बच्चों-से छल से रहित, सरल सौम्य व्यवहार सरल सौम्य व्यवहार, काव्य के जीवन दाता विद्यालय निर्लोभ, चलाना सुंदर... Hindi · कुंडलिया 2 · व्यक्तिगत कविताऍं 16 Share Mamta Rani 18 Jun 2024 · 1 min read पिता मृदु भावों की भाषा है प्रेम की अभिलाषा है धुप में पेड़ की छाँव पिता निराशा में भी आशा है माता है जीवन का सार तो पिता है जीवन का... Hindi · कविता 1 18 Share Ravi Prakash 18 Jun 2024 · 1 min read कविवर शिव कुमार चंदन कविवर शिव कुमार चंदन *चंदन-मन व्यक्तित्व शुचि, सात्विक बही सुगंध* *(कुंडलिया)* _________________________ चंदन-मन व्यक्तित्व शुचि, सात्विक बही सुगंध साहित्यिक शुभ कार्यक्रम, अद्भुत किए प्रबंध अद्भुत किए प्रबंध, भक्ति के काव्य... Hindi · Quote Writer · कुंडलिया 2 · व्यक्तिगत कविताऍं 16 Share ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी" 18 Jun 2024 · 1 min read "महफिल में रौनक की कमी सी है" _महफिल में रौनक की कमी सी है_ _आज फिर उनकी कमी सी है_ _वो शामिल हो गए रूह में इस कदर_ _याद में उनकी आँखों में नमी सी है_ _लौट... Hindi · ग़ज़ल 82 Share राजीव नामदेव 'राना लिधौरी' 18 Jun 2024 · 1 min read हिंदी दोहे-प्राण *#हिंदी_दोहे:- #प्राण* श्वास प्राण का ही दिखे,सर्व प्रथम आधार। पानी भोजन भी करे,#राना कुछ संचार।। पंच तत्व से तन बना,जिसमें रहते प्राण। कमी एक की जब दिखे,#राना पाता त्राण।। कोमलता... Hindi · Doha · Rana Lidhori's Dohe · राजीव नामदेव राना लिधौरी · राना लिधौरी के दोहे · हिंदी दोहा 1 1 24 Share Ravi Prakash 18 Jun 2024 · 1 min read *चढ़ती मॉं की पीठ पर, बच्ची खेले खेल (कुंडलिया)* *चढ़ती मॉं की पीठ पर, बच्ची खेले खेल (कुंडलिया)* _________________________ चढ़ती मॉं की पीठ पर, बच्ची खेले खेल सिल-बटने पर पिस रही, चटनी जैसे रेल चटनी जैसे रेल, चल रही... Hindi · Quote Writer · कुंडलिया 2 16 Share Dr Mukesh 'Aseemit' 18 Jun 2024 · 1 min read सरकारी जमाई -व्यंग कविता रुक गए तीर बाप के ताने के , आने लगे रिश्ते घरजमाई बनाने के। हर तरफ बधाई और वाह वाही है , मुस्कुराइए कि आप सरकारी जमाई हैं। मोहाले की... Hindi · कविता · हास्य-व्यंग्य 19 Share Dr Mukesh 'Aseemit' 18 Jun 2024 · 1 min read **कविता: आम आदमी की कहानी** राशन की लम्बी लाइन, थकान से चूर काम हूँ, किश्तों की मार में, पिसता सुबह और शाम हूँ, रेल ,बस की धक्कामुकी और ट्रैफिक जाम हूँ , क्या करूँ में... Hindi · कविता · मुक्तक · हास्य-व्यंग्य 20 Share ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी" 18 Jun 2024 · 1 min read मुक्ति के दोहे (1)मन से ही है मुक्ति,मन से ही बंधन गीताजी में कह गए प्यारे मधुसूदन || (2)मन है अति चंचल प्यारे,वायु के समान मन को वश में कर लिया निश्चित मुक्ति... Hindi · दोहा 30 Share Neeraj Agarwal 18 Jun 2024 · 1 min read *शीर्षक - प्रेम ..एक सोच* शीर्षक - प्रेम ..एक सोच ************ प्रेम एक सोच बना है। जीवन में प्रेम कहां है। स्वार्थ फरेब बसा है। मतलब का प्रेम बना है। एक सच और सोच है।... Hindi · कविता 20 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 18 Jun 2024 · 1 min read धनिकों के आगे फेल पूंजीपतियों औ अपराधियों के चंगुल में फंसी हुई है राजनीति ऐसे में नागरिकों को पीड़ाओं से यहां भला मिलेगी कैसे मुक्ति आम जनता को बड़ी शिद्दत से लोकतंत्र की करनी... Hindi 18 Share Suryakant Dwivedi 18 Jun 2024 · 1 min read अगर ये न होते अगर आँखों में आँसू न होते जी शिकवा होता न न महबूब रोते रोने से यूँ भी प्रिये फ़र्क क्या पड़ता है बस थोड़ा शायरी में वजन बढ़ जाता है।।... Hindi · कविता 20 Share Chunnu Lal Gupta 18 Jun 2024 · 1 min read !! पर्यावरण !! जब कली एगो खिल जाई खिल के ऊ खिलखिलाई जब ताल में मछली डोली डाली पर बुलबुल बोली सुहाना, चिरईयन कऽ शोर लागी कट जाई अन्हरिया,अजोर लागी जब पवन कऽ... Hindi · कविता · चुन्नू लाल गुप्ता-मऊ 51 Share Suryakant Dwivedi 17 Jun 2024 · 4 min read कारण अकारण व्यंग्य कारण के आगे कारण कारण के पीछे कारण कारण के आगे भी कारण होते हैं। कारण के पीछे भी कारण होते हैं। कारण कभी कारण नहीं होता। कारण कभी... Hindi · लेख · हास्य-व्यंग्य 22 Share उमा झा 17 Jun 2024 · 1 min read कब आओगी वर्षा रानी कब आओगी वर्षा रानी, लेकर घट में भर-भर पानी। सूखा अंबर, धरणी सूखी, सूखा है संसार, सूखे हैं सब बाग-बगीचे, करे सभी पुकार, जल्दी आ जा बन कर दानी, लेकर... Hindi · कविता 1 29 Share उमा झा 17 Jun 2024 · 1 min read ग्रीष्म ऋतु के रुठे पवन ग्रीष्म ऋतु के रुठे पवन, छोड़ रीति कर आलिंगन। था दिन वह जब, शरद पिता के कारण, तुझसे न ऑंख मिलाई, ओढ़ चादर नैना भी छुपाई, गए पिता, बीता वो... Hindi · कविता 28 Share Vivek Pandey 17 Jun 2024 · 1 min read ख्वाब एक टूटा... गर ख्वाब एक टूटा तो क्या रातें बहुत हैं, बहुत और हैं नये सपने यहाँ बातें बहुत हैं... तेरी चाह न हुई पूरी तो कोई गिला नहीं है, कई और... Hindi 1 17 Share Dr fauzia Naseem shad 17 Jun 2024 · 1 min read अपने हर अपने हर एक सवाल का जवाब देखता है, कुछ और तो नहीं तेरे ख़्वाब देखते हैं। डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 1 22 Share Dr.Pratibha Prakash 17 Jun 2024 · 2 min read बुझदिल तुम भूल गये हो बालाकोट, भूल गये विजय कारगिल उलझ गये मजहब व्यूह में , काम तुम्हारे हैं बुझदिल तुमने कुछ नवयुवको को झांसा देकर, झूठा ख्वाब दिखाया है इन... Hindi · कविता 2 16 Share Dr fauzia Naseem shad 17 Jun 2024 · 1 min read हमेशा का बुलंदियों की हदो का भी मुख़्तसर सफ़र होगा , ज़मीं की गोद में लेकिन हमेशा का बसर होगा । डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 1 18 Share gurudeenverma198 17 Jun 2024 · 1 min read तुम वह दिल नहीं हो, जिससे हम प्यार करें तुम वह दिल नहीं हो, जिससे हम प्यार करें। तुम वैसे नहीं हो वफ़ा, जिसपे हम एतबार करें।। तुम वह दिल नहीं हो---------------------------।। यह तुम्हारा रूठना, पसंद हमको नहीं है।... Hindi · गीत 20 Share सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज ' 17 Jun 2024 · 1 min read आत्म मंथन जब कभी खुद से हारने लगो तो किसी नदी के तट चले जाना जब रास्ता - ऐ मंजिल दिखाई ना दे तो किसी नदी के तट चले जाना कैसे लहरें... Hindi · Motivational Poems 1 20 Share Sonam Puneet Dubey 17 Jun 2024 · 1 min read जो प्राप्त है वो पर्याप्त है जो पास हैं वो ख़ास नहीं जो ख़ास हैं वो पास नहीं जो अपने हैं वो पराए हैं जो पराए हैं वो अपने हैं जो मिला है वो ज्यादा नहीं... Hindi · कविता · कोटेशन · जो मिला है वो बेहतर है 1 18 Share Shashi Mahajan 17 Jun 2024 · 7 min read करतार चाचा करतार चाचा एअरपोर्ट पर करतार चाचा लेने आए थे, जैसे ही मृदु ने उन्हें देखा , उसका दिल भर आया , कभी नहीं सोचा था कि एक दिन करतार इतना... Hindi · Https://youtu.be/fl7vBZUhHEo?s · कहानी 11 Share Ravi Prakash 17 Jun 2024 · 1 min read *श्री महेश राही जी (श्रद्धाँजलि/गीतिका)* *श्री महेश राही जी (श्रद्धाँजलि/गीतिका)* """"""""""""""""""""""""""""""""""""""""""""' (1) चले गए हँसते-मुस्काते श्री महेश राही जी रहे अन्त तक कलम चलाते श्री महेश राही जी (2) गढ़ी कल्पनाओं से दुनिया आदर्शों को... Hindi · व्यक्तिगत कविताऍं · हिंदी ग़ज़ल 16 Share Ravi Prakash 17 Jun 2024 · 1 min read ईश्वर शरण सिंघल मुक्तक ईश्वर शरण सिंघल मुक्तक ईश्वर शरण सिंहल सजग मन बुद्धि और विचार हैं सात्विक सरल शुचि सर्व प्रियता का लिए व्यवहार हैं सब प्राणियों से प्रेम जिनके धर्म के आधार... Hindi · मुक्तक · व्यक्तिगत कविताऍं 16 Share Ravi Prakash 17 Jun 2024 · 1 min read राजीव प्रखर (कुंडलिया) राजीव प्रखर (कुंडलिया) दोहे रचने की कला, जिनमें भरी अतीव अभिनंदन स्वीकारिए, नमन प्रखर राजीव नमन प्रखर राजीव, रामपुर स्वागत करता शुभागमन से हर्ष, हृदय में बरबस भरता कहते रवि... Hindi · Quote Writer · कुंडलिया 2 · व्यक्तिगत कविताऍं 15 Share Ravi Prakash 17 Jun 2024 · 1 min read धवल दीक्षित (मुक्तक) मुक्तक भारत को आजाद कराने वाला यह वंशज-बल है राष्ट्रवाद ही भारत के सब प्रश्नों का समुचित हल है जिनकी जीवन-गाथा सुचिता के भावों से सिंचित है नमन-नमन अंतर्मन जिनका,... Hindi · Quote Writer · मुक्तक · व्यक्तिगत कविताऍं 13 Share Ravi Prakash 17 Jun 2024 · 1 min read पंकज दर्पण अग्रवाल मुक्तक भारतीयता में रत जिनका, जीवन एक समर्पण है अपनी संस्कृति अपनी माटी, स्वाभिमान जिनका प्रण है लीला-मंचन अग्रसेन का और राम यश-गाथा का सत्य सनातन यात्रा का ही, परिचय... Hindi · Quote Writer · मुक्तक · व्यक्तिगत कविताऍं 16 Share Ravi Prakash 17 Jun 2024 · 2 min read छोटे भाई को चालीस साल बाद भी कुंडलियां कंठस्थ रहीं छोटे भाई को चालीस साल बाद भी कुंडलियां कंठस्थ रहीं ★★★★★★★★★★★★★★★ “साहित्यिक मुरादाबाद” व्हाट्सएप समूह के माध्यम से पंडित मदन मोहन व्यास जी की रचनाधर्मिता का स्मरण करने के लिए... Hindi · Quote Writer · कुंडलिया 2 · व्यक्तिगत कविताऍं 18 Share Ravi Prakash 17 Jun 2024 · 1 min read *डॉ अर्चना गुप्ता जी* , मुरादाबाद(कुंडलिया)* *डॉ अर्चना गुप्ता जी* , मुरादाबाद(कुंडलिया)* 💐💐💐🌹🌹🌹🌹🌹 लिखने में है इन दिनों , सबसे ऊँचा नाम कुंडलिया हो या गजल,लिखीं सभी अभिराम लिखीं सभी अभिराम ,गीत सस्वर मधु गातीं सदा... Hindi · Quote Writer · कुंडलिया 2 · व्यक्तिगत कविताऍं 17 Share Neeraj Agarwal 17 Jun 2024 · 1 min read बारिश की बूंद शीर्षक - बारिश की बूंद* ************ सच तो बारिश की बूंद हमें सुकून देती है। एक मौसम में चाहत की सोच बयां करती हैं। हां बारिश की बूंद ही तो... Hindi · कविता 23 Share Ravi Prakash 17 Jun 2024 · 1 min read *मैंने तो मधु-विश्वासों की, कथा निरंतर बॉंची है (गीत)* *मैंने तो मधु-विश्वासों की, कथा निरंतर बॉंची है (गीत)* _________________________ मैंने तो मधु-विश्वासों की, कथा निरंतर बॉंची है 1) जो-जो लोग मिले इस जग में, मैंने धर्म निभाया सबके भीतर... Hindi · Quote Writer · गीत 2 15 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 17 Jun 2024 · 1 min read नई ज़िंदगी दरख़्त-ए-जिगर में इक आशियाना रक्खा है, यूं दिल में छुपा कर इक जमाना रक्खा है, हर-सम्त सुकून ढूंढने में निकाल दी नई ज़िंदगी, क्या आसमां क्या जमीं बस ठिकाना रक्खा... Hindi · कोटेशन · ग़ज़ल · शेर 14 Share Ravi Prakash 17 Jun 2024 · 1 min read *छूकर मुझको प्रभो पतित में, पावनता को भर दो (गीत)* *छूकर मुझको प्रभो पतित में, पावनता को भर दो (गीत)* _______________________ छूकर मुझको प्रभो पतित में, पावनता को भर दो 1) सदियॉं बीतीं बार-बार मैं, द्वार तुम्हारे आया ऑंखें मूॅंदी... Hindi · Quote Writer · गीत 2 17 Share Ghanshyam Poddar 17 Jun 2024 · 1 min read सूरज! सूरज! तुम्हें क्या हो गया है बहुत आग बबूला हो इतना आग बबूला क्यों हो? इस धरती को तो तुमने ही जन्म दिया था न! परम -पिता परमेश्वर हो इसके... Hindi · कविता 19 Share Surinder blackpen 17 Jun 2024 · 1 min read मोहब्बत से कह कर तो देखो मोहब्बत से कह कर तो देखो इश्क को आजमा कर तो देखो। क्यूं तुम इतने मायूस हो रहे हो शिद्दत से कदम बढ़ा कर तो देखो। माना बहुत आजमाइशे है... Hindi · कविता 15 Share DrLakshman Jha Parimal 17 Jun 2024 · 2 min read “अग्निपथ आर्मी के अग्निवीर सिपाही ” डॉ लक्ष्मण झा “ परिमल “ ===================== विगत वर्षों में बड़े अजीब गरीब फैसले लिए गए जिसका समय -समय पर विरोध होना स्वाभाविक था ! पर सेना के तीनों अंगों,... Hindi · संस्मरण 16 Share DrLakshman Jha Parimal 17 Jun 2024 · 1 min read “चिट्ठी ना कोई संदेश” “चिट्ठी ना कोई संदेश” डॉ लक्ष्मण झा परिमल ================= दोस्त तो अनगिनत इस रंगमंच से जुड़े हुये हैं उनकी तस्वीरें विभिन्य भंगिमाओं वाली रंगमहल के दीवारों पर लटकीं हुईं हैं... Hindi · कविता 15 Share सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life) 17 Jun 2024 · 1 min read ईश्वर कहो या खुदा तूने जो ईश्वर में देखा, वही उसने खुदा में पाया, तूने जो आरती में देखा, वही उसने नमाज में पाया, तूने जो घण्टी शंख में देखा, वही उसने अज़ान में... Hindi · कविता 2 37 Share RAMESH SHARMA 17 Jun 2024 · 1 min read दुनिया की बुनियाद जिनकी अपनी सोच ही, रही नहीं आजाद । वे कब अच्छी रख सके,दुनिया की बुनियाद ।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 24 Share Shyam Sundar Subramanian 17 Jun 2024 · 1 min read कठपुतली कुछ सहमा- सहमा सा कुछ दबा - दबा , कुछ भीतर ही भीतर लड़ता हुआ , अंतरद्वन्द से मुक्त होकर , मुखर होने का प्रयास करता हुआ , अभिव्यक्त होने... Hindi · कविता 18 Share Dr Mukesh 'Aseemit' 17 Jun 2024 · 1 min read दिल के फ़साने -ग़ज़ल अब वो दिल का फ़साना नहीं रहा, इश्क़ करने का जमाना नहीं रहा। वो मोहब्बत की दीवानगी का आलम , दिल में अब किसी का ठिकाना नहीं रहा। जो कभी... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 19 Share ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी" 17 Jun 2024 · 1 min read "पत्थर बना मुझे वो कोहिनूर हो गए" _दिल के हाथों अपने ही मजबूर हो गए_ _जिनको चाहा उनसे ही हम दूर हो गए_ _दे के हमारे दिल को दर्द की सज़ा_ _दुनिया की नजरों में वो बेकसूर... Hindi 1 50 Share ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी" 17 Jun 2024 · 1 min read "दिल को आजमाना चाहता हूँ" _अपने इश्क़ को बचाना चाहता हूँ_ _यूँ दिल को आजमाना चाहता हूँ_ _भुला के शिकवे गिले सारे_ _प्यार फिर से जताना चाहता हूँ_ _इस कदर इश्क़ है की मिटता नहीं_... Hindi · ग़ज़ल 2 35 Share Previous Page 5 Next