Posts Language: Hindi 1.3L posts List Grid Previous Page 4 Next shabina. Naaz 13 Jun 2024 · 1 min read खुद को सही और खुद को सही और दूसरों को गलत.... समझना आज की दुनिया का दस्तूर हो गया है...... करे भी तो क्या यहां अपनी अपनी जगह हर कोई मजबूर हो गया हैं............ShabinaZ Hindi · Book3 · कुण्डलिया 18 Share shabina. Naaz 13 Jun 2024 · 1 min read ये तुम्हें क्या हो गया है.......!!!! ये तुम्हें क्या हो गया है.......!!!! तुम ऐसे तो नहीं थे....... तुम ही वो जिसने कभी किसी चीज की परवाह नहीं की थी जिंदगी की राहों के सब रस्ते आसान... Hindi · Book3 · कविता 19 Share Mahesh Ojha 13 Jun 2024 · 2 min read सनातन की रक्षा हिंदुत्व के प्रचार में क्या काम किसी ने है किया । वसुधैव कुटुंबकम् का चीर हरण सबने है किया ।। अबला नारी की पुकार को अनसुना कराता है । सोचो... Hindi 68 Share शिव प्रताप लोधी 13 Jun 2024 · 1 min read मैं अक्सर शायरी लिखता हूँ अपनी भावनाओं को व्यक्त करने के लिए अपनी मुस्कान के पीछे दर्द को बयां करने के लिए अपने मन की अनकही बातों को कहने के लिए अपने ख्वाबों का ख्याल... Hindi 14 Share Dr fauzia Naseem shad 12 Jun 2024 · 1 min read दामन भी क़ायम कुछ इस तरह से अपनी अना को रक्खा , आंसू भी अपने रक्खे दामन भी अपना रक्खा । डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 1 20 Share Shashi Mahajan 12 Jun 2024 · 1 min read शहर का लड़का वो थका हारा शहर का लड़का वो क्या जाने श्रृंगार क्या है न वो चहका चिड़ियों संग न वो खिला फूलों के संग न देखे बादल उसने न सुनी बरखा... Hindi · Https://youtu.be/eFb5uSs543c?s · कविता 14 Share Dr fauzia Naseem shad 12 Jun 2024 · 1 min read सूरत यह सारी समझें अगर सब अपने हिस्से की ज़िम्मेदारी । पल भर में बदल जाये फिर सूरत यह सारी ।। डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 1 24 Share DrLakshman Jha Parimal 12 Jun 2024 · 2 min read “ भाषा की मृदुलता ” डॉ लक्ष्मण झा “ परिमल “ ======================= जीवन के पग -पग पर भाषा की मृदुलता को महत्व दिया गया है “ एक दिन बिक जाएगा माटी के मोल ,जग में... Hindi · लेख 1 19 Share DrLakshman Jha Parimal 12 Jun 2024 · 1 min read " दोहरा चरित्र " डॉ लक्ष्मण झा परिमल ================ हमारे रंग न्यारे देख लो हमारे ढंग न्यारे देख लो ! कभी हम साधू बनते हैं तो कभी शैतान बनते हैं !! कभी बापू के... Hindi · कविता 1 28 Share आर.एस. 'प्रीतम' 12 Jun 2024 · 1 min read गीत- नयी हसरत लिए चल तू... नयी हसरत लिए चल तू नया हर काम करता चल। मिली जो ज़िंदगी तुझको इसे गुलफ़ाम करता चल।। मिलन सबसे रहे प्रीतम यही संस्कार रखना है। ख़ुदा से है वही... Hindi 1 18 Share Shekhar Chandra Mitra 12 Jun 2024 · 1 min read बदल रही है ज़िंदगी चल रही है ज़िंदगी बदल रही है ज़िंदगी ठोकरें खाती हुई संभल रही है ज़िंदगी... (१) तख्त और ताज की रस्म और रिवाज़ की सारी हदों को लांघकर निकल रही... Hindi · गीत 17 Share Shekhar Chandra Mitra 12 Jun 2024 · 1 min read इंकलाब की मशाल मशालें उठ चुकी हैं अब मशालें जल चुकी हैं अब... (१) अंधेरों को ख़बर कर दो मशालें चल चुकी हैं अब... (२) तूफानों से लड़ने को मशालें तुल चुकी हैं... Hindi · गीत 17 Share Shekhar Chandra Mitra 12 Jun 2024 · 1 min read तुम्हारा नुकसान तुमने जो मुझको दूर किया वह नुक़सान तुम्हारा था जिस दिल को चकनाचूर किया वह मकान तुम्हारा था... (१) मुझे अपने लिए कोई ग़म नहीं अफ़सोस है लेकिन तुम्हारे लिए... Hindi · गीत 16 Share Shekhar Chandra Mitra 12 Jun 2024 · 1 min read न राजा बचेगा न रानी न राजा बचेगा न रानी बचेगी न ज़ुल्मत की कोई निशानी बचेगी... (१) उलटेगा तख्त पलटेगा ताज लूटमार की बस कहानी बचेगी... (२) जो पीढ़ी दर पीढ़ी चली आ रही... Hindi · गीत 16 Share Shekhar Chandra Mitra 12 Jun 2024 · 1 min read वक़्त की ललकार सुनो वक़्त की-ललकार नौजवानों बढ़ा जा रहा-अंधकार नौजवानों... (१) कहीं कुर्बानी-वीर भगतसिंह की चली जाए न-बेकार नौजवानों... (२) तुम्हारे सामने-यह देश का हाल आज तुमको-धिक्कार नौजवानों... (३) जिसे आम जनता... Hindi · गीत 18 Share Shekhar Chandra Mitra 12 Jun 2024 · 1 min read ज़हनी मौत मौत से पहले मर गए क्या जेहनी तौर पे सड़ गए क्या... (१) गैरत की फटकार सुनकर मारे शर्म के गड़ गए क्या... (२) छिन जाए न नौकरी कहीं तानाशाही... Hindi · गीत 16 Share Shekhar Chandra Mitra 12 Jun 2024 · 1 min read कोई तो समझा दे राम दुहाई- राम दुहाई कोई तो समझा दे भाई... (१) मूर्ख भेड़ों की रखवाली कैसे करेंगे धूर्त कसाई... (२) कौन गोमाता की महिमा गाकर खा रहा ख़ुद सारी मलाई... (३)... Hindi · गीत 12 Share Shekhar Chandra Mitra 12 Jun 2024 · 1 min read सियासत का खेल देखा गज़ब का खेल रे कबीरा देखा अजब का खेल... (१) गुंडे-मवाली संसद जाते शायर-लेखक जेल... (२) जाहिल-गंवार संसद जाते छात्र-शिक्षक जेल... (३) ढोंगी-पाखंडी संसद जाते जोकर-एक्टर जेल... (४) धूर्त-मक्कार... Hindi · गीत 16 Share Shekhar Chandra Mitra 12 Jun 2024 · 1 min read कुछ तो सोचा होगा ख़ुदा ने अगर एक है तो ज़रूर दूजा भी होगा इस कायनात में कोई ख़ुदा भी होगा... (१) मुहब्बत को पैदा करने वाला इतना बेरहम कैसे हो सकता है उसने तेरे लिए... Hindi · गीत 16 Share Shekhar Chandra Mitra 12 Jun 2024 · 1 min read पहला प्यार जब बाग में बसंत छाया होगा और कोयल ने गीत गाया होगा तुझको भी तो बहुत याद अपना पहला-पहला प्यार आया होगा... (१) एक टीस उठी होगी सीने में सावन... Hindi · गीत 17 Share Shekhar Chandra Mitra 12 Jun 2024 · 1 min read आओ घर चलें अब शाम हो चली है आओ घर चलें सुनसान हर गली है आओ घर चलें... (१) भौंरे के कानों में कोई प्रेम गीत गुनगुना रही कली है आओ घर चलें...... Hindi · गीत 16 Share Shekhar Chandra Mitra 12 Jun 2024 · 1 min read प्रेमिका से जब तक तू सुनती रहेगी मैं गीत प्यार के गाता रहूंगा तुझसे मिले हुए जज़्बात मैं तो तुझे ही लौटाता रहूंगा... (१) इस दुनिया की कोई दीवार मुझे रोक नहीं... Hindi · गीत 12 Share Shekhar Chandra Mitra 12 Jun 2024 · 1 min read महबूबा से शायर-आशिक जोगी-पागल मेरे अनेक नाम हैं कौन-सा नाम पसंद तुम्हें! ऐश, ख़ुशी मौज, मस्ती मेरे अनेक पयाम हैं कौन-सा पयाम पसंद तुम्हें... (१) हर लम्हा जितना मसरूफ रहता हूं मैं... Hindi · गीत 16 Share Shekhar Chandra Mitra 12 Jun 2024 · 1 min read दुनिया का पहला शायर आंसू ने उसकी आंखों को जब कमल बनाया होगा अपने दर्द भरे नाले को उसने ग़ज़ल बनाया होगा... (१) ख़ुदा जाने टूटा होगा उसका कौन-सा ख़्वाब जिसने कि लफ़्ज़ों का... Hindi · गीत 16 Share Shekhar Chandra Mitra 12 Jun 2024 · 1 min read सरकार भरोसे क्या रहना अग्यार भरोसे क्या रहना है अय्यार भरोसे क्या रहना है... (१) भगवान भरोसे जब ना रहे सरकार भरोसे क्या रहना है... (२) चल ख़ुद ही देखें देश-समाज अख़बार भरोसे क्या... Hindi · गीत 13 Share Shekhar Chandra Mitra 12 Jun 2024 · 1 min read गुलामी क़बूल नहीं हर ऐरे-गैरे को हर नत्थू खैरे को देनी सलामी क़बूल नहीं, हमें गुलामी क़बूल नहीं किसी भी हाल में किसी भी शर्त पर अपनी नीलामी कुबूल नहीं, हमें गुलामी क़बूल... Hindi · गीत 11 Share Shekhar Chandra Mitra 12 Jun 2024 · 1 min read सरफरोश तूफ़ानों से जो डर जाएं वे बच्चे हैं अब घर जाएं... (१) बेमतलब की ज़िंदगी जीने से बेहतर यही हम मर जाएं... (२) तो सत्ता क्या व्यवस्था बदल दें ज़िद्द... Hindi · गीत 11 Share Sudhir srivastava 12 Jun 2024 · 1 min read अस्तित्व जीव हो या निर्जीव सभी का अपना अस्तित्व होता है, पर विडंबना देखिए कि जिसका भी भौतिक अस्तित्व है वह निश्चित नश्वर होता है। यह और बात है कि अपना... Hindi · कविता 1 13 Share Sudhir srivastava 12 Jun 2024 · 2 min read पिता के साथ यूँ तो हम सब पिता का मान सम्मान करते हैं, कुछ दिल से और ज्यादा औपचारिकता निभाते हैं। पर विश्वास कीजिए कि हम हों या आप अपवादों को छोड़ दें... Hindi · कविता 1 17 Share Sudhir srivastava 12 Jun 2024 · 1 min read वट सावित्री व्रत नारी के अपनत्व त्याग का सर्वश्रेष्ठ उदाहरण है, वट सावित्री व्रत। जीवन साथी के दीर्घायु के लिए सुगागिनें करती हैं वटवृक्ष की पूजा। और याद करती हैं सावित्री को जिसने... Hindi · कविता 15 Share Ravi Prakash 12 Jun 2024 · 7 min read पुस्तक समीक्षा पुस्तक समीक्षा *पुस्तक का नाम: पंडित राधेश्याम कथावाचक की गजलें* *संपादक: हरिशंकर शर्मा* प्लॉट नंबर 213, 10 बी स्कीम, गोपालपुरा बायपास, निकट शांतिनाथ दिगंबर जैन मंदिर, जयपुर 302018 राजस्थान मोबाइल... Hindi · पुस्तक समीक्षा 15 Share Surinder blackpen 12 Jun 2024 · 1 min read वक्त का क्या है वक्त का क्या है ,जाने कब बदल जाए। छांव में चलते ,जाने कब धूप निकल आए। जाने कब वक्त का साथ तुझे मिला रहे जाने कब तुझे इस वक्त से... Hindi · कविता 1 20 Share Vijay kumar Pandey 12 Jun 2024 · 1 min read दौलत -दौलत ना करें (प्यासा के कुंडलियां) दौलत दौलत ना करें,तज मानवता धर्म। जाते दौलत संग ना, जाते हैं बस कर्म। जातें हैं बस कर्म, छणिक दौलत की माया। जिसके जैसे कर्म, जियत जग में सुख पाया।।... Hindi · कुंडलिनी छंद 17 Share gurudeenverma198 12 Jun 2024 · 1 min read बोलो क्या लफड़ा है (शेर)- देखते हो ऐसे क्या अकेले, फेसबुक पर हमेशा तुम। दिखाते नहीं हो यूट्यूब, आखिर परिवार को क्यों तुम।। क्या लफड़ा है कि, देखते हो अकेले ही तुम इंस्टाग्राम। कौन... Hindi · गीत 18 Share Bodhisatva kastooriya 12 Jun 2024 · 1 min read कोलाहल इन सूनी आँखों मे अब पहले जैसी नींद कहाँ? जागा रातों जिसकी खातिर वो मनमीत कहाँ? स्याह रातों की गहराई अब मन को भाती है। डरने वाले नही हम और... Hindi · कविता 21 Share उमेश बैरवा 12 Jun 2024 · 1 min read पिता का अभिमान बेटियाँ एक पिता का अभिमान होती है! कुल की शान कहीं जाती है! बेटियाँ घर की रौनक होती है! परिवार बढ़ाती है!बेटियाँ जिस तरह पुष्प की अभिलाषा होती है! उसी तरह... Hindi · कविता 2 29 Share Dr. Rajeev Jain 12 Jun 2024 · 1 min read संतुष्टि चाह घटी परवाह घटी घटी मन की पीर जतन तो कर मन भाव से आगे है तक़दीर डा राजीव “सागरी” Hindi · कविता · नज़्म · राजीव · संतुष्टि · सांगरी 1 42 Share Dr. Rajeev Jain 12 Jun 2024 · 1 min read आज़ादी की शर्त फ़ैसले ख़ुद ही ख़ुद तो सारे लिख दिये जिरह किए बिना हमको सज़ा लिख दिये क्या करे आज़ाद पंछी क्या करे ये असमां उड़ान को पाबंदी नहीं पंख गिरवी रख... Hindi · Nazm · Rajeev · उलझन · कविता · ग़ज़ल 1 21 Share *प्रणय प्रभात* 12 Jun 2024 · 2 min read #लघुकथा- #लघुकथा- ■ कैसे बुझे ये आग...? 【प्रणय प्रभात】 नगर पंचायत के बरामदे में खड़ी रुकमणी गुस्से से बेहाल थी। वजह थी हर महीने मुफ़्त की रक़म पाने वाली महिलाओं की... Hindi · प्रणय की लघुकथा 1 20 Share Saraswati Bajpai 12 Jun 2024 · 1 min read मेरे सपने रोज ही रात सपनों में जिंदगी कुछ न कुछ कहानी बुनती रहती है । लगभग सारे जाने पहचाने चेहरे कुछ अनजान किरदार भी होते है। रोज अलग-अलग कहानियाँ अलग-अलग किरदार... Hindi · कविता 2 27 Share shabina. Naaz 12 Jun 2024 · 1 min read मुकाबला करना ही जरूरी नहीं...... मुकाबला करना ही जरूरी नहीं...... कभी कभी बाज़ी हार कर...... भी बाज़ी जीतने वाले को लोग बाजीगर कहते है............ShabinaZ Hindi · Book3 · कुण्डलिया 1 25 Share Anil chobisa 12 Jun 2024 · 1 min read ओ जोगी ध्यान से सुन अब तुझको मे बतलाता हूँ। ओ जोगी ध्यान से सुन अब तुझको मे बतलाता हूँ। किस बात पर अकड़ रहा तुझको भी समझाता हूँ। अपनापन बहुत निभाया तूने रजनी दिवस मनाया है। अविनय हमें शिवकर... Hindi · कविता 1 21 Share Indu Singh 12 Jun 2024 · 2 min read दोषी कौन? सच्ची घटना पर आधारित (कहानी) दोषी कौन? हमारे जीवन में चाहे जो भी घटनाएं घटती है। हम बिना कुछ सोचे-समझे भगवान को दोषी बना देते है। आज मैं जिस घटना... Hindi 1 23 Share पूर्वार्थ 12 Jun 2024 · 1 min read दुख दुख ही दुख है - दुख का कारण, क्या है? इसका पता लगाने कपिलवस्तु से कुशीनगर तक जाना होगा ! कुछ मीलों की इस यात्रा में भूखे प्यासे लोग मिलेंगे... Hindi 1 17 Share Indu Singh 12 Jun 2024 · 5 min read लोकोक्तियां (Proverbs) लोकोक्तियाँ (proverbs) ‘लोकोक्ति’ का अर्थ होता है लोक में प्रचलित ‘उक्ति या कथन’। यह दो शब्दों के मेल से बना है ‘लोक+उक्ति’ लोक का अर्थ होता है ‘लोक’ और ‘उक्ति’... Hindi 27 Share Sonam Puneet Dubey 12 Jun 2024 · 2 min read गृहणी शीर्षक – गृहणी तुम बहुत ही सुंदर हो हां लेकिन अब पहले जैसी नहीं हो घर की जिम्मेदारियों ने घेर रखा है तुम्हें एक कमरे को सजाने में उलझी हो... Hindi · कविता 22 Share Dr Mukesh 'Aseemit' 12 Jun 2024 · 1 min read जीवन की रंगीनियत जीवन की रंगीनियत बदल ना जाए , ये हसीं शाम कहीं ढल ना जाए | मयखाने से निकले बहके हुए कदम, दुनिया के रस्मो रिवाज में संभल न जाए |... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 22 Share Shyam Sundar Subramanian 12 Jun 2024 · 1 min read दौर - ए - कश्मकश आजकल ये क्या हो गया है ? इंसां भीतर से कुछ बाहर से कुछ नज़र आता है , इस बदलते दौर में कौन हमदर्द ? कौन कम-ज़र्फ़ ? पहचानना मुश्किल... Hindi 22 Share Shashi Mahajan 12 Jun 2024 · 1 min read कुंती का भय विचार जब भाव बन जाते हैं और भाव भीड़ उसका भय क्या होता है यह कुंती के कांपते हाथ जानते हैं अपने दीप्तिमान पुत्र को नदी में बहा वह खड़ी... Hindi · Https://youtu.be/j7OOxqDlEg0?s · कविता 16 Share Bindesh kumar jha 11 Jun 2024 · 1 min read हमारी नई दुनिया हमारी नई दुनिया मोबाइल के साथ अधिक समय बिताने के बाद, हमें यह सोचने की आवश्यकता होती है कि क्या हम वास्तविकता में जी रहे हैं या केवल एक काल्पनिक... Hindi · World 25 Share Previous Page 4 Next