Posts Language: Bhojpuri 966 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 8 Next Shekhar Chandra Mitra 16 Apr 2022 · 1 min read देश के दुर्दशा सिपाही के देखनी सरकार के देखनी ख़ून चूसे वाला ठेकेदार के देखनी इहां तअ सांचे बात पर लफ़ड़ा बा देश के हालत बहुते बुरा... #जनवादी_गीतकार #बहुजन_शायर #बगावत #भोजपुरी_कवि #अंबेडकरवादी #हल्ला_बोल Bhojpuri · गीत 145 Share Shekhar Chandra Mitra 16 Apr 2022 · 1 min read देश के हालत ऊ सगरी वादा ऊ सगरी सपना जवन कईले रहनी लोगवा से अपना हम का करीं अभीन अधूरा बा देश के हालत बहुते बुरा बा... #जनवादी_गीतकार #बहुजन_शायर #इंकलाब #भोजपुरी_कवि #अंबेडकरवादी #हल्ला_बोल Bhojpuri · गीत 111 Share Shekhar Chandra Mitra 16 Apr 2022 · 1 min read देश के बदहाली देश के हालत बहुते बुरा बा! जेतना सोचेलअ ओसे बुरा बा!! चार दाना बा सामने औरी हमनी के गर्दन पर छुरा बा!! #Geetkar #जन_कवि #जनवादी_गीतकार #अंबेडकरवादी #बहुजन_शायर #भोजपुरी Bhojpuri · गीत 102 Share आकाश महेशपुरी 13 Apr 2022 · 1 min read कवनो गाड़ी तरे ई चले जिंदगी कवनो गाड़ी तरे ई चले जिंदगी, ब्रेक लागत रहे पर बढ़े जिंदगी। काल गति आ समय के मिला के चलीं, जिंदगी तऽ हवे इक सुहाना सफर। राह के बीच में... Bhojpuri · भोजपुरी गीत 3 5 862 Share Shekhar Chandra Mitra 11 Apr 2022 · 1 min read गुलामी के पट्टा अब उतार के फेंक दअ तू अपना गला के पट्टा! तूर-तार के फेंक दअ तू अपना गला के पट्टा!! पालतू कुत्ता बनके रहबअ का इहे तोहार औकात बा बंधुआ बनके... Bhojpuri · कविता 267 Share Shekhar Chandra Mitra 9 Apr 2022 · 1 min read महंगाई बढ़ गईल जबसे हमरा साहेब पे सधुआई चढ़ गईल महंगाई बढ़ गईल हो महंगाई बढ़ गईल.... (१) पहिले रहे डाईन अब भउजाई बन गईल महंगाई बढ़ गईल हो महंगाई बढ़ गईल... (२)... Bhojpuri · गीत 138 Share Dhirendra Panchal 6 Apr 2022 · 1 min read शारदा अंचरा के छाँव राखा दियवा के जार राखा , हियरा में ज्योति दा अपार माई शारदा । बुद्धि दा बिचार दा तू सरल सुभाव दा तू , प्रेम में अभाव... Bhojpuri · कविता 186 Share Dhirendra Panchal 6 Apr 2022 · 1 min read बदरिया चान छुपउले जाली कहवाँ , घुँघटा तनिक उठाव । बदरिया हमरो केने आव । बदरिया हमरो केने आव । झुलस रहल धरती के काया छाया ना भगवान लगे । तोहरे... Bhojpuri · कविता 1 280 Share Nitu Sah 5 Apr 2022 · 1 min read सभे कहेला, प्यार एक रोग है सभे कहेला , प्यार एक रोग हैं कि न जाने कौना जन्म के ई दोष है जेकरा एक बार ऐकर हवा ल जाला ऊ आदमी कम, बल्कि चलता-फिरता रोग के... Bhojpuri · कविता 250 Share Nitu Sah 4 Apr 2022 · 1 min read तीर नजर के पार गईल बात कुछ अजीब भईल तीर नजर के पार गईल जवन सोचले ना रहनी कहीओं ऊ प्यार आज कल भईल।। नितु साह Bhojpuri · शेर 1 260 Share Nitu Sah 4 Apr 2022 · 1 min read तू चांद बारू हमार तू चांद बारू हमार हम तोहार आकाश जब भी तोहके देखी ला दिलवा धड़के ला हमार जैसे तू ही चाहत के आश बारू तू ही बारु हमरा जीवन के प्रकाश... Bhojpuri 1 191 Share Ranjeet Kumar 2 Apr 2022 · 1 min read उ बचपना कहाँ गईल दूध-भात के भरल कटोरा चीनी रोटी हाथ में, धुरी-गर्दा में लोटत बूतरू गुल्ली-डंडा साथ में, एक रन ला उ लड़ाई उ हंगामा कहाँ ग़ईल, ए हरी जे खोजत बानी उ... Bhojpuri · कविता 278 Share Shekhar Chandra Mitra 30 Mar 2022 · 1 min read देसवा महान बा बेहाल बा मज़दूर तअ फटेहाल किसान बा आखिर कइसे कहीं देसवा आपन महान बा... ख़तरा में इज्ज़त तअ मुश्किल में जान बा आखिर कइसे कहीं देसवा आपन महान बा.... ना... Bhojpuri · लोकगीत 213 Share Shekhar Chandra Mitra 30 Mar 2022 · 1 min read कामरेड केहू से तनको डेराए के नईखे! आंख देखल सांच छिपावे के नईखे! अब सूली मिले तहके या ज़हर! आपन डेग पीछे हटावे के नईखे!! #BhagatSingh #हल्ला_बोल #लोक_कवि Bhojpuri · कविता 163 Share Maya Sharma 28 Mar 2022 · 1 min read बखरा मुक्तक- ****** भइल बिहाने धक्का-मुक्की। बात रहे बस हेत्ती चुक्की। लोटा-थरिया खेत बंँटाइल, बखरा आइल टुक्का-टुक्की।। (माया शर्मा) Bhojpuri · मुक्तक 2 2 247 Share आकाश महेशपुरी 27 Mar 2022 · 1 min read आदमी आदमी के रोआ दे बीच नैनन रहे यार ऊहे, बीच राहे में काहें दगा दे, एक दूजे के देखल न चाहे, आदमी आदमी के रोआ दे। घात अक्सर करे आज ऊहे, जेके मानल करे... Bhojpuri · भोजपुरी गीत 5 5 1k Share सन्तोष कुमार विश्वकर्मा 'सूर्य' 17 Mar 2022 · 1 min read फागुन के महीना बा फागुन के महीना बा, मन मोर भइल हमरो। निर्मोही भइल साजन, दिल तोड़ गइल हमरो। सब ओर बा हरियाली, गदराय गइल सरसों। परदेस गइल बालम, अब बीत गइल बरसों। मधुमास... Bhojpuri · कविता 505 Share सन्तोष कुमार विश्वकर्मा 'सूर्य' 17 Mar 2022 · 1 min read भइया सच्चाई हऽ सबके भभाले जनता डेराइलि हऽ, बोले ना चाले। मुसवा के रोजो बिलरिया चबाले। हँसे ले देखऽ बिलरिया ठठा के। सभे सपाइल हऽ बियली में जा के। बढल अमिरन गरिबन के खाई। रोटी... Bhojpuri · कविता 1 429 Share सन्तोष कुमार विश्वकर्मा 'सूर्य' 17 Mar 2022 · 1 min read यार के नाम दिन-रात गावल करीं तहरा से हँसि हँसि बतियावल छोड़ब ना। जिनगी भर हम साथ निभावल छोड़ब ना। शर्त इहे बा तहरा से यदि मानऽ तू, एक बार बस कहि दऽ की मुँह मोड़ब... Bhojpuri · मुक्तक 410 Share सन्तोष कुमार विश्वकर्मा 'सूर्य' 17 Mar 2022 · 1 min read तहके दिल में बसावल खता हो गइल तहके दिल में बसावल खता हो गइल। लोग हमरा से आपन खफा हो गइल। कइसे नैना मिलल बात आगे बढ़ल, हाय अचके में जाने इ का हो गइल। भाजपा में... Bhojpuri · ग़ज़ल/गीतिका 1 469 Share सन्तोष कुमार विश्वकर्मा 'सूर्य' 17 Mar 2022 · 1 min read सेल चुनावी हऽ सब चोर हवें साथे, बस मेल चुनावी हऽ। नेता जी गइल बारन, ऊ जेल चुनावी हऽ। अब काम सभे पाई, मिट जाई गरीबी हो, सब मुफ्त मिले लागल, ई सेल... Bhojpuri · ग़ज़ल/गीतिका 472 Share सन्तोष कुमार विश्वकर्मा 'सूर्य' 17 Mar 2022 · 1 min read सूर्य का गंगा नहाए के सांस बा तऽ मुसकुराएके। मौत से काहें डेराएके। जिंदगी में लाख उलझन बा, का भइल तऽ हार जाएके। सत्य अंतिम मौत ही होला, बात ई काहें भुलाएके। गम भला नीयर... Bhojpuri · ग़ज़ल/गीतिका 239 Share जय लगन कुमार हैप्पी 17 Mar 2022 · 1 min read हायरे गरीबी हायरे गरीबी जवनिया के खा गईल कावना जनमिया के बदला सधा गईल हायरे गरीबी जवनिया के खा गईल पाई-पाई जोड़के पाई बहुत हम कमनी अपना जिनीगिया ला कुछ नाहीं कईनी... Bhojpuri · गीत 237 Share Maya Sharma 15 Mar 2022 · 1 min read फागुन छन्द-वाद्विभक्ती छन्द #फागुन- अब आइ गइल फागुन,मन धीर धरे कहँवाँ। सब खेल रहल होली,शुचि प्रेम बसे जहँवाँ।। बउराइ गइलि बगिया,मधुमास सुहावन बा। उजियार भइल दुनिया,हर चीज लुभावन बा।। मद मस्त... Bhojpuri · कविता 1 2 437 Share Ashok Sharma 15 Mar 2022 · 1 min read इयार घरे नेवता थाट बाट और केश सजा के, दावत में एक सज्जन अइलें, तीन नेवता के क्रम में इहवां, दुसरा नेवता के लड्डू खइलें। सबसे मिलके मान बड़वले, शोभा बढवलें दुवारी के,... Bhojpuri · कविता 215 Share आकाश महेशपुरी 11 Mar 2022 · 1 min read बुढ़ापा आ गइल बाकिर... बुढ़ापा आ गइल बाकिर बहुत अरमान बाकी बा, लड़े के जोश बा कायम अभीं ले जान बाकी बा, जियल छोड़े इहाँ बुजदिल मगर ई मर्द सोचेला- अभीं तऽ जश्न बाकी... Bhojpuri · भोजपुरी मुक्तक 274 Share सन्तोष कुमार विश्वकर्मा 'सूर्य' 6 Mar 2022 · 1 min read गंगा रोज नहाई लोग साँच कहब बाउर बन जाइब, झूठ कहीं पतियाई लोग। जियते केहू हाल न पूछी, मरते अश्क बहाई लोग। एके लेखा हाल बा सबकर, द्वेष जलन ईर्ष्या भरपूर, मन में खइचा... Bhojpuri · ग़ज़ल/गीतिका 268 Share विनोद सिल्ला 3 Mar 2022 · 1 min read जातीय बंधन भोजपुरी अनुवाद - अनुवादक-संतोष पटेल जातीय बन्धन हम सुनत रहिलें अक्सर लोगन से कि जाति के बन्हन ढीला हो गईल बा बाकिर हमरा शहर में हर जाति हर चौंक पर... Bhojpuri · कविता 1 397 Share Shekhar Chandra Mitra 27 Feb 2022 · 1 min read महंगाई के आग महंगाई के लागल बा आग! तू गावअ हिंदू- मुस्लिम के राग!! ये पार्टी पर भरोसा करके आम जनता के फूटल बा भाग!! #Geetkar Shekhar Chandra Mitra #modijobdo #अवामीशायर #election #कविता... Bhojpuri · कविता 173 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 26 Feb 2022 · 1 min read होली में चली चला गांवें जब माह फागुनवा लागे मनवां मोर घर पर भागे जब बहेले फगुन बयरिया मनवा चेतक अस लागे संवरिया होली में चली चला गांवे कि होलिया गाँव के ही मन भावे... Bhojpuri · गीत 295 Share Shekhar Chandra Mitra 24 Feb 2022 · 1 min read यूपी में का बा? मजदूरन के डंटा बा! किसानन के भंटा बा!! बचवन के भेली तअ जवानन के घंटा बा!! आजकल यूपी में का बा आख़िर कइसे कहीं हम! कनपटी पर लोक के तंत्र... Bhojpuri · कविता 183 Share कुमार अविनाश केसर 22 Feb 2022 · 1 min read बसंत के गीत कहीं तीसी फुला गइल, कहीं मिसरी घुला गइल। इ बसंत आवत - आवत, हियरा जुड़ा गइल। लीचियो के डारी मोजर, अमवो के गाछ साजल। कोइली विदेशी आके, सब डार -... Bhojpuri · गीत 1 482 Share कुमार अविनाश केसर 22 Feb 2022 · 1 min read जनता ज़िंदाबाद हो गईल!! जनता ज़िंदा लाश हो गईल, घोड़वन स के घास हो गईल. जिनगी सब के झंड बनल बा, नेतवन के घमंड चढ़ल बा. जनधन योजना सबकर घर के धनवा धो गईल.... Bhojpuri · कविता 1 238 Share कुमार अविनाश केसर 22 Feb 2022 · 1 min read भँवरा बन बउराइल साजन रहिया उनकर देखत-देखत भर गइल अँखिया लोर। बटिया जोहत हियरा लचके जैसे बाँस मकोर।। भइल सजनिया चंदा मुखड़ा जैसे आँख चकोर, छटपट-छटपट जियरा तड़पे, चैन मिले ना थोड़। ए सखी,... Bhojpuri · कविता 1 427 Share Shekhar Chandra Mitra 18 Feb 2022 · 1 min read काला बाजारी पांच साल में भईल जेतना आख़िर जनता कइसे बिसारी! केहू पैदल मजदूर देखो या कवनो मंतरी के सवारी!! एने ज़मीन गिरवी रखाता ओने जंगल होता नीलाम! रामे जानस कहां पहुंचाई... Bhojpuri · कविता 244 Share Shekhar Chandra Mitra 18 Feb 2022 · 1 min read कुर्सी ना बची जबले हमार ग़ज़ल रही तहरा नींद में खलल रही... (१) ये झोपड़ी के राख पर कबले खड़ा ऊ महल रही... (२) जबले तनको कीचड़ बा तबले झील में कमल रही...... Bhojpuri · ग़ज़ल/गीतिका 211 Share Shekhar Chandra Mitra 15 Feb 2022 · 1 min read दिल्ली दरबार बस दिल्ली में दरबार बा पूरा देश में हाहाकार बा एकरा कवनो चिंता नाहीं आन्हर-बहिर सरकार बा... (१) देखल जाला ना तमाशा खाली होला शोर-शराबा लागेला कि संसद नाहीं एगो... Bhojpuri · गीत 171 Share राइटर डीबी बाबा 12 Feb 2022 · 1 min read भजन भज लो हरि भजन भव से निकल जाओगे हा निकल जाओगे सत्य है दुःख में भी सुख का अनुभव पाओगे मथुरा में है श्याम बिराजे, राधा रानी झूम के नाचे... Bhojpuri · गीत 311 Share राइटर डीबी बाबा 12 Feb 2022 · 1 min read मजबुरी दुःख आपन केहू से कहिह मत का राज़ बा ई बताइह मत... कलयुग ह भारी पड़ जाई ना काम अइहे बाबू भाई.. लोग कहल बात भी भूल जाईं पाप केतनो... Bhojpuri · कविता 246 Share राइटर डीबी बाबा 12 Feb 2022 · 1 min read मजबूरी बुरा बा हाल लेकिन बतावत नइखे... दरद कहा कहा बा उ जतावत नइखे... Bhojpuri · छंद 357 Share राइटर डीबी बाबा 12 Feb 2022 · 1 min read संघर्ष कांटो पे चलके हमने मंजिल को पाई है मुझे फर्क नही पड़ता आँखे कुआ या पीछे खाई हैं राइटर डीबी बाबा ....गुरुग्राम Bhojpuri · दोहा 342 Share Shekhar Chandra Mitra 11 Feb 2022 · 1 min read वचन बा झूठ बा जवन बात ना कहेब हम!! कबो दिन के रात ना कहेब हम!! अपना देश के अगिला पीढ़ी के झूके जेइसे माथ ना कहेब हम!! Shekhar Chandra Mitra #अवामीशायरी... Bhojpuri · कविता 380 Share Shekhar Chandra Mitra 11 Feb 2022 · 1 min read कहां सगरी माल बा? ये महंगाई के दौर में जीअल मुहाल बा! दुरलभ आम जनता के भईल रोटी-दाल बा!! मजदूर-किसान जवन कमाईल पांच साल में! तनी पता लगावअ कि कहां सगरी माल बा!! #Geetkar... Bhojpuri · कविता 179 Share Shekhar Chandra Mitra 11 Feb 2022 · 1 min read कवि के चिंता कब तक ई लूट-मार चली! का लाठी से-सरकार चली!! हाय, लागत बा कि ख़ून में छपके अब अख़बार चली!! Shekhar Chandra Mitra #अवामीशायरी #इंकलाबीशायरी #चुनावीशायरी #सियासीशायरी Bhojpuri · कविता 191 Share Shekhar Chandra Mitra 11 Feb 2022 · 1 min read याद रखिहअ सब याद रखिहअ भूल मत जइहअ! वादा के जाल में झूल मत जइहअ!! राज नेता के चाल आम जनता के हाल! कुछ भी हो जाव माफ़ मत करिहअ!! Shekhar Chandra... Bhojpuri · कविता 417 Share Shekhar Chandra Mitra 10 Feb 2022 · 1 min read सरकार बदल दअ कह दअ जाके सरकार से तू यूपी औरी बिहार के दया नाहीं, अधिकार चाहीं भीख नाहीं, रोजगार चाहीं। (१) जाति-धरम के झगड़ा में भाषा-प्रांत के रगड़ा में कबले उलझल रहल... Bhojpuri · गीत 220 Share Shekhar Chandra Mitra 9 Feb 2022 · 1 min read एक-एक करके मज़दूर पिटाईल किसान पिटाईल! पढ़-लिखेवाला नौजवान पिटाईल!! एक-एक करके बेरहमी से! देश के सगरी अवाम पिटाईल!! Shekhar Chandra Mitra #चुनावीकविता #छात्रआंदोलन #साम्प्रदायिकराजनीति Bhojpuri · कविता 183 Share Shekhar Chandra Mitra 9 Feb 2022 · 1 min read कुर्सी में जान बसल सोच-समझके वोट दीहअ! लालच में मत नोट लीहअ!! राक्षस के जान बा कुर्सी में! तू ओकरे पर चोट दीहअ!! Shekhar Chandra Mitra #चुनावीकविता #छात्रआंदोलन #साम्प्रदायिकराजनीति #धर्मनिरपेक्ष Bhojpuri · कविता 174 Share Shekhar Chandra Mitra 9 Feb 2022 · 1 min read लोकतंत्र के पहरेदार हमार वोट जाई ओकरा के! सीधा टक्कर दी जे तहरा के!! पहरेदार हईं हम लोकतंत्र के! पीछे हटेब नाहीं ख़तरा से!! Shekhar Chandra Mitra #चुनावीकविता #छात्रआंदोलन #साम्प्रदायिकराजनीति #धर्मनिरपेक्ष Bhojpuri · कविता 182 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 7 Feb 2022 · 1 min read बारहमासा गीत जहवाँ बरहो मास रहेला गुलजार सजनी -२ अइसन भारत बा देशवा हमार सजनी -२ फागुन में होली आवे और सबके मन हरसावे-२ अरे चैत में रहे नवरातर के बहार सजनी... Bhojpuri · गीत 1k Share Previous Page 8 Next