Kp
प्रस्तुत है आपकी सेवा में चित्र पर आधारित यह :-गजल
पसंद है आशा व विश्वास है
मनके मंदिरमें इसका वास है
इसकी मधुर मुस्कान खास है इसका सुंदर चमन में वास है
तस्वीर कितनी खूब सूरत है
लगता है मानो कोई मूरत है
रुखसार देखने कहां जाए
देखकर आईनां शरमा जाए
रुखसार पर इतनी हंसी है
मुस्कान धड़कनों में बसी है
नागिन जैसी लटाएं काली
माथे पर बिंदियां मतवाली
कानों में कुंडल घटा मतवाली
फूलों के मकरंद जैसी लाली
सुंदर नयनों में काजल शाजे
नासिका सुंदर मोती विराज
नागिन जैसी जुल्फें है काली
मधुर मुस्कान छटा निराली
केपीएस नैनों में बादल बरसे
आरजू”दिल की दिल में तरसे
जैसे नैनां सावन भादों बरसे
लबोंकी लाली मखमल दरसे
मधुर-मधु सी मधुर मुस्कान
गजल लिखे केपीएस चौहान
=================
आशु कवि-के पी एस चौहान “गरु” सब-रस कवि एवं मंच संचालक रिपोर्टर फोटोग्राफर मालवी एवं हिंदी हास्य व्यंग लेखक साहित्यकार
गुरान सांवेर इंदौर मध्य प्रदेश