Kharaila Vibhushan Pt. Tripurari Mishra is passes away in morning
गिरी है आफतों की गाज मेरे ऊपर।
विधाता चाहता है क्या करना।
बीत रही जो आखिरी है मुझ पर ।
तूफान भी टकराकर हमसे अपनी दिशा मोड़ लेता है।
लड़ेंगे हम आखिरी सांस तक।
जो कायर होते है।
उनका मरने से पहले ही शरीर साथ छोड़ देता है।
खरेला विभूषण पंडित त्रिपुरारी मिश्रा।
जो रहे सक्रिय सदा अपने कर्मो से इतिहास रचा।
नमन हो इस शुचिता शाश्वत वशिष्ठ कुल गोत्र के महामानव को।
जन्नत में मिले शरण इस नवागंतुक मेहमान को।
राजासाहब विपरीत समय ही बताता है।
कितना हममें सहनशीलता है।
यही आपकी महानता और गौरवशीलता है।
पंडित त्रिपुरारी मिश्रा अमर रहे ।
राजमाता सुमित्रा देवी अमर रहे है।
बाबा रामनाथ मिश्रा अमर रहे।
इस शोक की घड़ी में सारा ब्रह्मांड आपके साथ है ।
होइहि सोई जो राम रची राखा।
को करी तर्क बढ़ावे साखा।
🙏🙏🙏😢😢😭😭
RJ Anand Prajapati