Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
30 Jul 2024 · 1 min read

“It’s dark because you are trying too hard. Lightly child, l

“It’s dark because you are trying too hard. Lightly child, lightly. Learn to do everything lightly. Yes, feel lightly even though you’re feeling deeply. Just lightly let things happen and lightly cope with them. I was so preposterously serious in those days… Lightly, lightly – it’s the best advice ever given me…So throw away your baggage and go forward. There are quicksands all about you, sucking at your feet, trying to suck you down into fear and self-pity and despair. That’s why you must walk so lightly. Lightly my darling…”

101 Views

You may also like these posts

सत्य क्या है ?
सत्य क्या है ?
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
मुस्तक़िल जीना यहाँ किसको मयस्सर है भला
मुस्तक़िल जीना यहाँ किसको मयस्सर है भला
Monika Arora
बहुत तरासती है यह दुनिया जौहरी की तरह
बहुत तरासती है यह दुनिया जौहरी की तरह
VINOD CHAUHAN
Poem
Poem
Prithwiraj kamila
सो चुके जीव सभी
सो चुके जीव सभी
Chitra Bisht
ज्ञानों का महा संगम
ज्ञानों का महा संगम
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
फूलों की महक से मदहोश जमाना है...
फूलों की महक से मदहोश जमाना है...
डॉ. दीपक बवेजा
ज्वालामुखी बुझता नहीं ....
ज्वालामुखी बुझता नहीं ....
TAMANNA BILASPURI
रिश्ते भूल गये
रिश्ते भूल गये
पूर्वार्थ
हर किसी को नसीब नही होती ये जिंदगी।
हर किसी को नसीब नही होती ये जिंदगी।
Rj Anand Prajapati
बात मन की
बात मन की
कार्तिक नितिन शर्मा
इंसान की बुद्धि पशु से भी बदत्तर है
इंसान की बुद्धि पशु से भी बदत्तर है
gurudeenverma198
झाँका जो इंसान में,
झाँका जो इंसान में,
sushil sarna
मिट्टी का खिलौना न जाने कब टूट जायेगा,
मिट्टी का खिलौना न जाने कब टूट जायेगा,
Anamika Tiwari 'annpurna '
The moon you desire to see everyday,  maybe I can't be that
The moon you desire to see everyday, maybe I can't be that
Chaahat
🙅आज का ज्ञान🙅
🙅आज का ज्ञान🙅
*प्रणय*
समय और टीचर में
समय और टीचर में
Ranjeet kumar patre
***** शिकवा  शिकायत नहीं ****
***** शिकवा शिकायत नहीं ****
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
तन पर हल्की  सी धुल लग जाए,
तन पर हल्की सी धुल लग जाए,
Shutisha Rajput
सोचा यही था ज़िन्दगी तुझे गुज़ारते।
सोचा यही था ज़िन्दगी तुझे गुज़ारते।
इशरत हिदायत ख़ान
सरकार हैं हम
सरकार हैं हम
pravin sharma
हर वक़्त सही है , गर ईमान सही है ,
हर वक़्त सही है , गर ईमान सही है ,
Dr. Rajeev Jain
शीशे की उमर ना पूछ,
शीशे की उमर ना पूछ,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
.......अधूरी........
.......अधूरी........
Naushaba Suriya
मन
मन
Neelam Sharma
"मन"
Dr. Kishan tandon kranti
रतियो के महिमा अपार...
रतियो के महिमा अपार...
आकाश महेशपुरी
जिंदगी में रंग भरना आ गया
जिंदगी में रंग भरना आ गया
Surinder blackpen
मासुमियत है पर मासुम नहीं ,
मासुमियत है पर मासुम नहीं ,
Radha Bablu mishra
सेवन स्टेजस..❤️❤️
सेवन स्टेजस..❤️❤️
शिवम "सहज"
Loading...