जय जय जय जय जय माँ दुर्गा
The flames of your love persist.
जितना बर्बाद करने पे आया है तू
डॉ. नामवर सिंह की रसदृष्टि या दृष्टिदोष
*सॉंसों में जिसके बसे, दशरथनंदन राम (पॉंच दोहे)*
कहीं चीखें मौहब्बत की सुनाई देंगी तुमको ।
प्रेमी-प्रेमिकाओं का बिछड़ना, कोई नई बात तो नहीं
चोर उचक्के बेईमान सब, सेवा करने आए