Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Jul 2024 · 1 min read

I want to have a sixth autumn

I want to have a sixth autumn

The whole year stood under the sun
To give me a fruitful year,
Without taking a fragrance of care,
By giving a shade on the sphere.

I want to have a sixth autumn
For the trees in my yard,
Who tremble with my ignorance,
From my presence not getting reward.

When autumn comes,
I will tremble in their absence.
There will be no fruitful year;
I’ll feel its love and essence.

1 Like · 73 Views

You may also like these posts

4212💐 *पूर्णिका* 💐
4212💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
गु
गु
*प्रणय*
मैं कैसे कहूं कि क्या क्या बदल गया,
मैं कैसे कहूं कि क्या क्या बदल गया,
Jyoti Roshni
बिल्ली
बिल्ली
Vijay kumar Pandey
अस्तित्व की ओट?🧤☂️
अस्तित्व की ओट?🧤☂️
डॉ० रोहित कौशिक
नारी तेरा रूप निराला
नारी तेरा रूप निराला
Anil chobisa
दिन ढले तो ढले
दिन ढले तो ढले
Dr.Pratibha Prakash
*मां*
*मां*
Dr. Priya Gupta
बुन्देली दोहा प्रतियोगिता -194 के श्रेष्ठ दोहे (बिषय-चीपा)
बुन्देली दोहा प्रतियोगिता -194 के श्रेष्ठ दोहे (बिषय-चीपा)
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
बेटी की लाचारी
बेटी की लाचारी
Anant Yadav
दोहा त्रयी. . . . चित्रकार
दोहा त्रयी. . . . चित्रकार
sushil sarna
भूल जा वह जो कल किया
भूल जा वह जो कल किया
gurudeenverma198
शिक्षक
शिक्षक
Nitesh Shah
ज़मीर मर गया सब का..और आत्मा सो गयी .....
ज़मीर मर गया सब का..और आत्मा सो गयी .....
shabina. Naaz
मानवता के पथ पर
मानवता के पथ पर
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
अन्तर मन में उबल रही  है, हर गली गली की ज्वाला ,
अन्तर मन में उबल रही है, हर गली गली की ज्वाला ,
Neelofar Khan
दिल में ज्यों ही झूठ की,गई खीचड़ी सीज .
दिल में ज्यों ही झूठ की,गई खीचड़ी सीज .
RAMESH SHARMA
मन में एक खयाल बसा है
मन में एक खयाल बसा है
Rekha khichi
हमने ख्वाबों
हमने ख्वाबों
हिमांशु Kulshrestha
अधबीच
अधबीच
Dr. Mahesh Kumawat
-आजकल में थोड़ा स्वार्थी हो गया हु -
-आजकल में थोड़ा स्वार्थी हो गया हु -
bharat gehlot
स्वास्थ्य विषयक कुंडलियाँ
स्वास्थ्य विषयक कुंडलियाँ
Ravi Prakash
क्या फर्क पड़ेगा
क्या फर्क पड़ेगा
Dr. Man Mohan Krishna
"सियाही"
Dr. Kishan tandon kranti
टूटते पत्तो की तरह हो गए हैं रिश्ते,
टूटते पत्तो की तरह हो गए हैं रिश्ते,
Anand Kumar
गांधी और गोडसे में तुम लोग किसे चुनोगे?
गांधी और गोडसे में तुम लोग किसे चुनोगे?
Shekhar Chandra Mitra
आप वक्त को थोड़ा वक्त दीजिए वह आपका वक्त बदल देगा ।।
आप वक्त को थोड़ा वक्त दीजिए वह आपका वक्त बदल देगा ।।
Lokesh Sharma
*अलविदा तेईस*
*अलविदा तेईस*
Shashi kala vyas
Rakesh Yadav - Desert Fellow - निर्माण करना होगा
Rakesh Yadav - Desert Fellow - निर्माण करना होगा
Desert fellow Rakesh
# खरी  बात
# खरी बात
DrLakshman Jha Parimal
Loading...