घमण्ड बता देता है पैसा कितना है
ग़ज़ल _ दिलकश है मेरा भारत, गुलशन है मेरा भारत ,
*परिमल पंचपदी--- नवीन विधा*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
"आंधी के पानी में" (In the Waters of Storm):
बनारस की धारों में बसी एक ख़ुशबू है,
सितारों से सजी संवरी एक आशियाना खरीदा है,
2900 से अधिक पोस्ट्स पर 5.24 लाख से ज़्यादा "व्यूज़" साबित करन
आसान नहीं हैं बुद्ध की राहें