गांधी होने का क्या अर्थ है?
प्रेम : तेरे तालाश में....!
जै जै जै गण पति गण नायक शुभ कर्मों के देव विनायक जै जै जै गण
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
वो तुम्हारी पसंद को अपना मानता है और
अहंकार का पूर्णता त्याग ही विजय का प्रथम संकेत है।
सुप्त तरुण निज मातृभूमि को हीन बनाकर के विभेद दें।
पुरानी गली के कुछ इल्ज़ाम है अभी तुम पर,
वाह क्या खूब है मौहब्बत में अदाकारी तेरी।