दुनिया बदल गयी ये नज़ारा बदल गया ।
होली के रंग
Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या)
मैं उम्मीद ही नहीं रखता हूँ
मन की पीड़ाओं का साथ निभाए कौन
Thought
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
Be with someone who motivates you to do better in life becau
रात बीती चांदनी भी अब विदाई ले रही है।
ग़ज़ल _ करी इज़्ज़त बड़े छोटों की ,बस ईमानदारी से ।
गरीबी
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
मंजिलों की तलाश में, रास्ते तक खो जाते हैं,
जो तुम्हारी ख़ामोशी से तुम्हारी तकलीफ का अंदाजा न कर सके उसक
कुछ लोग घूमते हैं मैले आईने के साथ,
मुस्कुराहट खुशी की आहट होती है ,
रमेशराज के शृंगाररस के दोहे
लघुकथा- "कैंसर" डॉ तबस्सुम जहां
कामुकता एक ऐसा आभास है जो सब प्रकार की शारीरिक वीभत्सना को ख
एक डरा हुआ शिक्षक एक रीढ़विहीन विद्यार्थी तैयार करता है, जो
ज़िन्दगी में जो ताक़त बनकर आते हैं