Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Aug 2024 · 1 min read

dont force anyone to choose me, you can find something bette

dont force anyone to choose me, you can find something better elsewhere. Then go ahead. I’m not holding you back. Life’s too short to hang on to someone who’s not sure they wanna stay. I believe in freedom, in the truth of feelings. If you must stay, let it be your heart tells you this is where you belong. Not because I asked you to, I want to be a choice, not a default option. I deserve someone who sees my value who understands what I bring to their life. I don’t want someone who stays with me, out of fear of loneliness or out of habit. I want someone who stays because they can’t imagine life without me. The door is always open. You’re free to leave at any time. So if you think your happiness lies elsewhere, I won’t stand in your way. And in the meantime, I’ll keep going, I’ll continue to build my own life to be happy on my own because my happiness doesn’t depend on your presence. But on my own ability. If you are not following, you’re probably never going to see us again. If you are then congratulations. You’re growing every day.

1 Like · 117 Views

You may also like these posts

मुफ़लिसों को मुस्कुराने दीजिए।
मुफ़लिसों को मुस्कुराने दीजिए।
सत्य कुमार प्रेमी
****हर पल मरते रोज़ हैं****
****हर पल मरते रोज़ हैं****
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
पल पल है जिंदगी जिले आज
पल पल है जिंदगी जिले आज
Ranjeet kumar patre
प्रेम सच्चा अगर नहीं होता ।
प्रेम सच्चा अगर नहीं होता ।
Jyoti Shrivastava(ज्योटी श्रीवास्तव)
শহরের মেঘ শহরেই মরে যায়
শহরের মেঘ শহরেই মরে যায়
Rejaul Karim
एक ख्वाब...
एक ख्वाब...
Manisha Wandhare
खालीपन
खालीपन
करन ''केसरा''
" दुआ "
Dr. Kishan tandon kranti
तलबगार दोस्ती का (कविता)
तलबगार दोस्ती का (कविता)
Monika Yadav (Rachina)
- आजकल -
- आजकल -
bharat gehlot
लोगों की मजबूरी नहीं समझ सकते
लोगों की मजबूरी नहीं समझ सकते
Ajit Kumar "Karn"
గురువు కు వందనం.
గురువు కు వందనం.
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
*मनः संवाद----*
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
*चलो नहाऍं आज चाँदनी में घूमें हम दोनों (मुक्तक)*
*चलो नहाऍं आज चाँदनी में घूमें हम दोनों (मुक्तक)*
Ravi Prakash
कद्र माँ-बाप की जिसके आशियाने में नहीं
कद्र माँ-बाप की जिसके आशियाने में नहीं
VINOD CHAUHAN
Panna mai zindgi ka agar fir se palatu
Panna mai zindgi ka agar fir se palatu
Vinay Pathak
देश प्रेम की बजे बाँसुरी
देश प्रेम की बजे बाँसुरी
dr rajmati Surana
गणेश आये
गणेश आये
Kavita Chouhan
चमचे भी तुम्हारे हैं फटेहाल हो गए
चमचे भी तुम्हारे हैं फटेहाल हो गए
आकाश महेशपुरी
इल्म हुआ जब इश्क का,
इल्म हुआ जब इश्क का,
sushil sarna
नजरों से गिर जाते है,
नजरों से गिर जाते है,
Yogendra Chaturwedi
मन की इच्छा मन पहचाने
मन की इच्छा मन पहचाने
Suryakant Dwivedi
7.प्रश्न
7.प्रश्न
Lalni Bhardwaj
*
*"माँ कात्यायनी'*
Shashi kala vyas
फ़िक्र
फ़िक्र
Shyam Sundar Subramanian
प्यार विश्वाश है इसमें कोई वादा नहीं होता!
प्यार विश्वाश है इसमें कोई वादा नहीं होता!
Diwakar Mahto
जब वक्त ख़राब हो
जब वक्त ख़राब हो
Sonam Puneet Dubey
मंत्र: सिद्ध गंधर्व यक्षाधैसुरैरमरैरपि। सेव्यमाना सदा भूयात्
मंत्र: सिद्ध गंधर्व यक्षाधैसुरैरमरैरपि। सेव्यमाना सदा भूयात्
Harminder Kaur
भारत के जोगी मोदी ने --
भारत के जोगी मोदी ने --
Seema Garg
2661.*पूर्णिका*
2661.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Loading...