Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Aug 2024 · 1 min read

dont force anyone to choose me, you can find something bette

dont force anyone to choose me, you can find something better elsewhere. Then go ahead. I’m not holding you back. Life’s too short to hang on to someone who’s not sure they wanna stay. I believe in freedom, in the truth of feelings. If you must stay, let it be your heart tells you this is where you belong. Not because I asked you to, I want to be a choice, not a default option. I deserve someone who sees my value who understands what I bring to their life. I don’t want someone who stays with me, out of fear of loneliness or out of habit. I want someone who stays because they can’t imagine life without me. The door is always open. You’re free to leave at any time. So if you think your happiness lies elsewhere, I won’t stand in your way. And in the meantime, I’ll keep going, I’ll continue to build my own life to be happy on my own because my happiness doesn’t depend on your presence. But on my own ability. If you are not following, you’re probably never going to see us again. If you are then congratulations. You’re growing every day.

1 Like · 79 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
Still I Rise!
Still I Rise!
R. H. SRIDEVI
" फोबिया "
Dr. Kishan tandon kranti
वो भी क्या दिन थे क्या रातें थीं।
वो भी क्या दिन थे क्या रातें थीं।
Taj Mohammad
*घने मेघों से दिन को रात, करने आ गया सावन (मुक्तक)*
*घने मेघों से दिन को रात, करने आ गया सावन (मुक्तक)*
Ravi Prakash
आईना बोला मुझसे
आईना बोला मुझसे
Kanchan Advaita
रंग बिरंगे फूलों से ज़िंदगी सजाई गई है,
रंग बिरंगे फूलों से ज़िंदगी सजाई गई है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
हमारा अस्तिव हमारे कर्म से होता है, किसी के नजरिए से नही.!!
हमारा अस्तिव हमारे कर्म से होता है, किसी के नजरिए से नही.!!
Jogendar singh
यायावर
यायावर
Satish Srijan
ईश्वर से साक्षात्कार कराता है संगीत
ईश्वर से साक्षात्कार कराता है संगीत
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
मैं आत्मनिर्भर बनना चाहती हूं
मैं आत्मनिर्भर बनना चाहती हूं
Neeraj Agarwal
सपने
सपने
surenderpal vaidya
ग़ज़ल _ नहीं भूल पाए , ख़तरनाक मंज़र।
ग़ज़ल _ नहीं भूल पाए , ख़तरनाक मंज़र।
Neelofar Khan
"अकेलापन"
Pushpraj Anant
राम जपन क्यों छोड़ दिया
राम जपन क्यों छोड़ दिया
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
स्वयं पर नियंत्रण रखना
स्वयं पर नियंत्रण रखना
Sonam Puneet Dubey
शब्द✍️ नहीं हैं अनकहे😷
शब्द✍️ नहीं हैं अनकहे😷
डॉ० रोहित कौशिक
तलाश
तलाश
Vandna Thakur
পৃথিবী
পৃথিবী
Otteri Selvakumar
नौकरी
नौकरी
Rajendra Kushwaha
बावजूद टिमकती रोशनी, यूं ही नहीं अंधेरा करते हैं।
बावजूद टिमकती रोशनी, यूं ही नहीं अंधेरा करते हैं।
ओसमणी साहू 'ओश'
यूपीएससी या एमपीपीएससी के युद्धक्षेत्र में, आप अर्जुन हैं, ज
यूपीएससी या एमपीपीएससी के युद्धक्षेत्र में, आप अर्जुन हैं, ज
पूर्वार्थ
हिम्मत कभी न हारिए
हिम्मत कभी न हारिए
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
सौगंध से अंजाम तक - दीपक नीलपदम्
सौगंध से अंजाम तक - दीपक नीलपदम्
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
3292.*पूर्णिका*
3292.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
भारत देश
भारत देश
लक्ष्मी सिंह
🙅आज का मत🙅
🙅आज का मत🙅
*प्रणय*
जिंदगी की हर कसौटी पर इम्तिहान हमने बखूबी दिया,
जिंदगी की हर कसौटी पर इम्तिहान हमने बखूबी दिया,
manjula chauhan
ഹൃദയശൂന്യ
ഹൃദയശൂന്യ
Heera S
म्हारो गांव अर देस
म्हारो गांव अर देस
लक्की सिंह चौहान
जहाँ खुदा है
जहाँ खुदा है
शेखर सिंह
Loading...