Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Nov 2022 · 1 min read

#Daily writing challenge , सम्मान ___

#Daily writing challenge , सम्मान ___
तिरंगा देश की शान है
हर भारतीय का स्वाभिमान है
इस संसार में सबसे प्यारा
मेरा हिन्दुस्तान देश महान है

आरती,अजान,अरदास, प्रेयर
सभी धर्मों में आदर भाईचारा है
भारत है संत, देवों की भूमि
समृद्ध संस्कृति इसकी पहचान है।

अलग अलग है बोली भाषा
फिर भी एकता का प्रमाण है
संस्कृत है भाषाओं की जननी
हिन्दी को मिलता राष्ट्रीय सम्मान है।

चंदन है इस देश की माटी
गाय,गंगा,गायत्री मां का नाम है
उत्तर में खड़ा अटल हिमालय
कश्मीर देश का अभिमान है।
__ मनु वाशिष्ठ

Language: Hindi
1 Like · 169 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Manu Vashistha
View all
You may also like:
हिसाब-किताब / मुसाफ़िर बैठा
हिसाब-किताब / मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
राम लला की हो गई,
राम लला की हो गई,
sushil sarna
मन में पल रहे सुन्दर विचारों को मूर्त्त रुप देने के पश्चात्
मन में पल रहे सुन्दर विचारों को मूर्त्त रुप देने के पश्चात्
Paras Nath Jha
ज़िंदगी से शिकायतें बंद कर दो
ज़िंदगी से शिकायतें बंद कर दो
Sonam Puneet Dubey
2524.पूर्णिका
2524.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
*जरा काबू में रह प्यारी,चटोरी बन न तू रसना (मुक्तक)*
*जरा काबू में रह प्यारी,चटोरी बन न तू रसना (मुक्तक)*
Ravi Prakash
दुल्हन एक रात की
दुल्हन एक रात की
Neeraj Agarwal
तेरा कंधे पे सर रखकर - दीपक नीलपदम्
तेरा कंधे पे सर रखकर - दीपक नीलपदम्
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
विकास की जिस सीढ़ी पर
विकास की जिस सीढ़ी पर
Bhupendra Rawat
नरसिंह अवतार विष्णु जी
नरसिंह अवतार विष्णु जी
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
रजनी छंद (विधान सउदाहरण)
रजनी छंद (विधान सउदाहरण)
Subhash Singhai
वो हमसे पराये हो गये
वो हमसे पराये हो गये
Dr. Man Mohan Krishna
बड़ा भोला बड़ा सज्जन हूँ दीवाना मगर ऐसा
बड़ा भोला बड़ा सज्जन हूँ दीवाना मगर ऐसा
आर.एस. 'प्रीतम'
"अन्तरात्मा की पथिक "मैं"
शोभा कुमारी
माॅ
माॅ
Santosh Shrivastava
हम पर कष्ट भारी आ गए
हम पर कष्ट भारी आ गए
Shivkumar Bilagrami
सारे रिश्तों से
सारे रिश्तों से
Dr fauzia Naseem shad
समाज का डर
समाज का डर
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
विजय या मन की हार
विजय या मन की हार
Satish Srijan
मुक्तक -*
मुक्तक -*
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
बदलता साल
बदलता साल
डॉ. शिव लहरी
संतुलित रहें सदा जज्बात
संतुलित रहें सदा जज्बात
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
मजबूरियां रात को देर तक जगाती है ,
मजबूरियां रात को देर तक जगाती है ,
Ranjeet kumar patre
गिरें पत्तों की परवाह कौन करें
गिरें पत्तों की परवाह कौन करें
Keshav kishor Kumar
सवर्ण
सवर्ण
Dr. Pradeep Kumar Sharma
मन के सवालों का जवाब नही
मन के सवालों का जवाब नही
भरत कुमार सोलंकी
"कुछ अइसे करव"
Dr. Kishan tandon kranti
दोहे बिषय-सनातन/सनातनी
दोहे बिषय-सनातन/सनातनी
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
प्रेम पगडंडी कंटीली फिर भी जीवन कलरव है।
प्रेम पगडंडी कंटीली फिर भी जीवन कलरव है।
Neelam Sharma
मेरे जीवन के इस पथ को,
मेरे जीवन के इस पथ को,
Anamika Singh
Loading...